मेरा नाम ईशा है और में राजिस्थान की रहने वाली हूँ। मेरी उम्र 26 है और मेरा पति गाड़ी ठीक करने वाला कारीगर है। इस कहानी के ज़रिये मैं आपको बताने जा रही हूँ की कैसे मेरे बेरहम शराबी ससुर ने सास की चुदाई की जब बेटा काम पे गया था। कोरोना वायरस की वजह से भारत सरकार ने लॉक डाउन कर दिया है। जैसे की हम जानते है की देश की सरकारों ने शराब की दुकाने खोल दी है ताकि वो शराब से आये हुए पैसे से लोगो की मदत कर सके।
लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो शराब के नशे में आ कुछ गलत काम कर जाते है। मेरे ससुर ने भी कुछ ऐसा ही किआ। मेरे ससुर को शराब की गन्दी लत लगी थी। लॉक डाउन की वजह से हमें लगा की इसी बहाने उनकी ये बुरी आदत छूट जाये गी ।
पर जब सरकार ने शराब की दुकाने खुलवा दी तो सब मानो ख़राब हो गया। हमारे घर में जो कुछ भी हुआ उसका ज़िम्मेदार सरकार नही है बल्की मेरे ससुर की गन्दी लत है।
जब मेरे ससुर को पता लगा की दारू की दुकाने वापस खुल गई है तो वो सुबह 5 बजे ही अगले दिन दुकान के बहार पहुंच गए। टीवी पर खबर को देखते हुए, मुझे और मेरी सास को डर खाये जा रहा था। मेने अपने पति को बता दिया और वो उन्हें खोजने निकल पड़े।
ना जाने कितने डंडे पुलिस वालो से खाते खाते वो उन्हें दोपहर 2 बजे के करीब खोज ही लेते है। जब दोनों घर आये तो हमने देखा की ससुर जी ने 8 बोतल शराब की थैले में भर राखी थी।
पसीने में दोनों बाप बेटा वापस घर आ कर ऐसे बिस्तर पर पसर गए जैसे कोई भोत बड़ा पहाड़ तोड़ कर आये हो।
हलाकि पीना और नशा करना मेरे पति को भी पसंद है। पर वो अपनी जिम्मेदारिओं को अच्छे से समझते है। इसलिए वो बस कभी कभी पीते है। मैं भी उनको कभी कभी अपने हाथो से पिलाती हूँ क्युकी नशे में मेरा पति मुझे बिस्तर पर तोड़ देता है। नशे में मेरा पति खुल कर मेरी चुत चाटता और चोदता है।
घर में पेसो की कमी की वजह से लॉक डाउन में भी मेरे पति को काम पर जाना पड़ रहा था। और उस दिन भी घर आने के बाद मेरे पति काम पे निकल पड़े। घर पर मैं मेरी सास और ससुर जी बचे थे मैं बहुत परेशान थी क्योकि मेरे ससुर फिर से शराब के नशे में धुत रहेंगे।
जिसका डर था वही हुआ मेरे ससुर ने उसी दिन सारि दारू अकेले गटक ली। जब मेरी सास को पता लगा तो वो उन्हें डाटने लग गई और उन्हें छत के कमरे में बंद करने लगी।
पर ससुर जी को जब गुसा आया तो उन्होंने सासु जी को कमरे में ही घसीट लिया और कमरा बंद कर दिया।
मैं डर गई पता नही ससुर जी संदर क्या कर देते। मेने जल्दी से अपने पति को फ़ोन किआ और उन्हें सब बता दिया पर लॉक डाउन की वजह से वो कही काम में फसे हुए थे।
मेने जल्दी से कमरे की पीछे वाली खिड़की खोल दी और जो मेने देखा वो देख मेरे पसीने छूट गए। मेने देखा की ससुर जी सासुमा की काली चुत चाट रहे थे। वो बिलकुल वैसा कर रहे थे जैसा मेरे पति करते है।
सासु माँ को मज़ा आ रहा था तभी वो उनका विरोध नही कर रहे थी। देख कर लग रहा था वो दोनों कई सालो बाद चुदाई का ये खेल खेलने जा रहे है।
बिस्तर पर सासु माँ अपनी गिरी चुत चटवा रही थी और मैं उन्हें छुपे से देख रही थी। बिना साड़ी के और ब्रा के सासुमा और भी कामुक लग रही थी।
उनके स्तन काफी बड़े थे। जब ससुर ने नशे में उनके स्तन जोर जोर से दबाना शुरू और दिया तो कुछ ही देर में उनकी काली चुचिओ से सफ़ेद दूध निकलने लगा।
ससुर जी उन्हें और दबाने के साथ चूसने भी लगे और देख कर ऐसा लग रहा था की सासुमा से स्तन से निकलने वाले दूध से ससुर जी का नशा और तेज़ को रहा है।
ये देख मेरी अन्तर्वासना जग उठी और मेरी भी चुचिअ कड़क और टाइट हो गई। चुत से रस निकलने लगा और मैं वही खिड़की पे कड़ी अपनी साड़ी में हाथ डाल चुत सहलाने लगी।
सास ससुर की चुसाई और चटाई देख मेरी कच्छी चुत की और से गीली हो गई और मेरी कामवासना की इच्छा जग उठी।
पर उन दोनों को देखते मुझे ऐसा एहसास हुआ जो आज तक कभी न हुआ। तभी ससुर जी ने अपनी धोती उतारी और सासुमा को धका दे कर दीवार की तरफ मुँह करा कर झुका दिया।
ससुर जी को इतने जोश में मेने पहली बार देखा। उनका लंड लटका हुआ था और ज्यादा सख्त नही था। पर फिर भी जोश जवानी वाला था।
उन्होंने सासुमा की गांड में लंड डाल दिआ और उन्हें ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे। और दूसरे हाथ से उनकी चुत में ऊँगली करने लगे। सासुमा को इतनी मदहोशी में मेने पहली बार देखा।
उनको चरम सुख मिल रहा था। ससुर जी ने उनके जिस्म में से सारा रास निचोड़ लिया था।
मेरा मन कर रहा था की अभी कमरे में जा कर ससुर जी का लंड ले लू पर वो करना सही नही होता। मेने कुछ नही किआ और वह कड़ी उन्हें देख कर अपनी कच्छी में हाथ डाल लिया।
मेरे ससुर सासुमा के स्टैंड और चुचिअ जोर जोर से खींच रहे थे। कभी वो उनकी गांड चोदते तो कभी चुत। मेरे शराबी ससुर ने सासुमा को इतनी बेरहमी से चोदा की सासुमा की चुत से पानी निकल गया।
ये देख मेरा भी पानी निकल गया। मेरे दोनों सास और ससुर वही सो गए। और शाम होते ही मेरे पति घर आ गए और मेने उनको कुछ नही बतया। बल्कि मेने बोल दिया की उन्दोनो की सुलह हो गई और वो अब छत वाले कमर में आराम कर रहे है।
पर मेरे हवस अभी भी शांत नही हो पाई थी। मेरी चुत से पानी टपक रहा था वो भूखी थी। मेने अपने पति को कमरे में खींचा और उनसे अपनी चुत अच्छे से चुदवाने लगी। लेकिन मेने उन्हें घर आते ही नहाने को जरूर बेजा। ये थी मेरे परिवार की सेक्स कहानी। आप कमेंट में बताना कैसे थी और अगर आपको अछि लगी तो दोस्तों के साथ शेयर जरूर करना।