कॉलेज के लड़के ने चोदा अपनी मौसी को

यह कहानी दिल्ली के कॉलेज के एक लड़के की है, झूठी साइंस फील्ड से था और अपनी बायोलॉजी की पढ़ाई कर रहा था। उसका घर दिल्ली में ही था और वह रोज घर से कॉलेज जाया करता था। 

अगर आपको Family Sex Stories पढ़ना पसंद है तो आप मेरी पूरी कहानी पढ़ेंगे। यह अन दिनों की बात है जब वह लड़का (सुरेश) अपने दोस्तों के साथ बातें कर रहा था। उसके दोस्त उन विषय पर बात कर रहे थे कि कैसे उन्होंने अपनी अन्तर्वासना को शांत किया। मैं सब अपनी किस से सुना रहे थे, कि कैसे उन्होंने लड़कियों को पटाया कैसे उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ समय बिताया। 

क्योंकि सुरेश के पास कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी मैं ऐसा लड़का था जिसने कभी किसी लड़की को नहीं पटाया। यह सब सुनकर उसको जलन हो रही थी। क्योंकि उसके पास बताने के लिए कोई भी कहानी नहीं थी और वह अभी भी वर्जिन था। 

अक्सर उसके दोस्त इस बात पर सुरेश का मजाक उड़ाया करते थे। सुरेश ने कई बार लड़कियां पटाने की कोशिश की, लेकिन उससे पटी नहीं। ऐसा नहीं है, सुरेश दिखने में बुरा था। 

वह काफी अच्छा और हैंडसम लड़का था। बस वह लड़कियों से बात करने में हिचकिचाहट आया था और उसके अंदर बिल्कुल भी आत्मविश्वास नहीं था।

एक दिन की बात है अपने घर पर अपने कॉलेज का काम कर रहा था। अब किसी ने उसके दरवाजे की घंटी बजाई और सुरेश बाहर निकला कि दरवाजे पर कोन है।

उसने देखा कि एक बहुत ही सुंदर और प्यारी सी औरत उसके दरवाजे के सामने खड़ी है। 

उस औरत ने सुरेश को देखते ही अपने गले लगा लिया। सुरेश का सिर उस औरत के बड़े-बड़े स्तन में टकराया। 

और सुरेश का लंड खड़ा हो गया वह बहुत ही हैरान था। फिर सुरेश की मम्मी बाहर निकली और उन दोनों ने एक दूसरे को गले लगा लिया। सुरेश के कुछ भी समझ में ना आ रहा था फिर उसकी मम्मी ने बताया। 

कि सुरेश यह तुम्हारी मौसी हैं, जोकि हमसे काफी सालों बाद मिलने आए हैं। सुरेश को कुछ भी पता नहीं था, कि उसकी कोई मौसी भी है क्योंकि वह परिवार से अलग दिल्ली में रहते हैं। 

सुरेश की मौसी ने बोला अरे कितने बड़े हो गए हो तुम। तुम्हें जब देखा था तो तुम छोटे से थे और चड्डी में पेशाब कर दिया करते थे। यह बात सुनकर मैं शर्म-शर्म हो गया और यह दोनों में एक ही उड़ा रहे हैं। 

मासी जी दिखने में बहुत ही आकर्षक थी और उनका फिगर बहुत ही हॉट और सेक्सी था। 

सुरेश अक्सर उनको देखता रहता था और अपनी आंखें सेख़ता था। उसकी कामुकता इस कदर बढ़ गई थी कि मैं उनकी नेकर चुरा लाया। 

और उनकी नेकर को सूंघकर और अपने लंड पर सौराहकर मुठ मारता था। 

उनके मेसे फूलों जैसी खुशबू आती है, और यह सूंघकर सुरेश का मन मचलता था।

एक दिन की बात है, जब सुरेश अपने कॉलेज से आया तो उसने अचानक देखा। उसकी मौसी उसके बाथरूम में से टॉवल होर कर बाहर निकली। 

यह दृश्य देखकर सुरेश की आंखें फटी की फटी रह गई और उसका लंड खड़ा हो गया। 

मौसी जी भी हैरान हो गई और बोली, 

अरे सुरेश सॉरी, मेरे बाथरूम में पानी नहीं आ रहा था। तो मैं तुम्हारे बाथरूम में नहाने के लिएआगई। 

क्योंकि दिल्ली में बहुत ही गर्मी होती है। 

फिर अचानक सुरेश की मौसी की नजर उसकी पेंट पर पड़ी और उन्होंने देखा।

उसका लंड पेंट से उभरा हुआ दिख रहा है। 

मौसी जी ने कहा सुरेश बेटा यह क्या है। 

सुरेश बहुत ज्यादा शर्मशार हो गया क्योंकि वह एक शर्मिला लड़का था, और वहां से भाग गया। 

मौसी जी को लगा उन्होंने कुछ गलत बोल दिया जिससे सुरेश को बुरा लग गया। मौसी जी ने कपड़े बदले और सुरेश से मिलने के लिए दूसरे कमरे में गई। जब वह सुरेश के पास बैठी, तो वह उनसे दूर हो गया और अपने हाथों को मसलने लगा, मुट्ठी बांधकर। 

मौसी ने पूछा क्या तुम शर्मीली लड़के हो? 

क्या तुमने कभी लड़कियों से बात नहीं की सुरेश?

उसने बोला नहीं मौसी जी मैं बहुत शर्मीला हूं, मैंने कभी किसी लड़की से बात नहीं की और मेरी कभी कोई गर्लफ्रेंड भी नहीं रही। 

मौसी ने कहा “आव्व्व” सुरेश तुम कितने प्यारे हो। क्या तुमने कभी किसी लड़की को नहीं छुआ? इसका मतलब तुम अभी तक वर्जिन हो। 

सुरेश ने कहा हां – मैं अभी तक वर्जिन हु, और मैंने किसी लड़की के साथ कामुकता नहीं कि। 

इसके बाद मौसी जी ने कुछ ऐसा बोला, जिसको सुनकर सुरेश के कान खड़े हो गए, और शायद लंड भी। 

मौसी ने बोला क्या तुम अपनी मौसी को छूकर देखना चाहते हो। 

क्या तुम अपनी मौसी के साथ वह करना चाहते हो जो तुम किसी भी लड़की के साथ करना चाहते हो। 

यह बात सुनकर सुरेश घबरा गया और बोला – आप ये क्या बोल रही हो?

फिर सुरेश ने अपने आप को संभाला और धीरे से मौसी के गालों पर पप्पी दी। 

मासी ने बोला, अरे सुरेश कितने क्यूट हो! 

लेकिन तुम्हारी मौसी  इतने से खुश नहीं होंगी। 

फिर मौसी ने सुरेश का सिर पकड़ा और उसके होठों पर जोर से चुम लिया। सुरेश को एहसास हो रहा था, जो उसकी जिंदगी में कभी नहीं किया और उसे अंतहीन आनंद आ रहा था। 

उसके बाद मौसी ने सुरेश के दोनों हाथों को पकड़ा और अपने स्तन उसके हाथों में पकड़ा दिया। 

सुरेश मौसी के बड़े-बड़े गोल गोल गोरी चुँचो को देखकर हैरान था। 

वह उनके स्तनों को घूरे जा रहा था और खूब जोर से दबा रहा था। 

मौसी ने बोला – अरे सुरेश मेरे बड़े बड़े स्तन को ऐसे मत देखो, मुझसे शर्म सी आ रही है।

लेकिन सुरेश ना रुका और वह कामुकता में इस कदर खो गया था, कि फिर उसने। 

मौसी को पकड़ा और सोफे पर लिटा दिया। और उनके ऊपर चढ़ गया फिर उन्हें चूमने लगा। उनके बड़े-बड़े स्तन को अपने हाथों से मसलने लगा, और उनके पूरे बदन को महसूस करने लगा। वो उनके पूरे शरीर पर अपने हाथ फेर रहा था, और हर जगह चूमे जा रहा था। इस आनंदमय एहसास से मौसी की अन्तर्वासना और ज्यादा जाग गई। और जोर-जोर से बोलने लगी। 

सुरेश – अब बस करो, बस जल्दी से, “उसे मेरे अंदर डाल लो”। 

सुरेश समझ गया और उसने फटाक से अपने पेंट की चेन खोली। और अपने लंड को बाहर निकाला। उसके लंड को देखकर मौसी बोली – अरे, सुरेश तुम्हारा लंड कितना बड़ा और कठोर है। 

मौसी, सुरेश के लंड पर अपना हाथ आगे-पीछे करने लगी, और फिर धीरे से उसके लंड को चूसने लगी। यह एहसास बहुत ही कामुकता भरा था सुरेश के लिए। 

सुरेश को बहुत मजा आ रहा था उसकी खुशी का कोई ठिकाना ही ना था। क्युकी मौसी बहुत ही क्यूट और सुंदर होने के साथ-साथ बहुत ही आकर्षक थी। 

श्री सुरेश ने मौसी को दुबारा सोफे पर लिटा दिया और उनकी दोनों टांगों को पीछे कर दिया। उसने अपना लंड उनकी चूत में घुसा दिया और जोश में आकर जोर-जोर से आगे पीछे करने लगा। 

मौसी बोली – सूरज धीरे, तुम बहुत ही आक्रामक हो रहे हो। लेकिन सुरेश ने बोला, मौसी जी मैं आक्रामक नहीं हो रहा हूं। बल्कि Antarvasna की इच्छाओं में बह रहा हूं। और वह लगातार जोर-जोर से आगे-पीछे होता रहा। उसके हर एक बल से। 

मौसी के बड़े-बड़े स्तन जोर-जोर से उझल रहे थे। जो कि एक बहुत ही आनंदमय दृश्य रहा होगा। श्री सुरेश ने मौसी की पैर बिल्कुल ही पीछे कर दी। और अपने लंड को पूरा घुसा कर उनके ऊपर, कूद कूद कर चोदने लगा।

मौसी जी बोली – बस सुरेश रुकना नहीं बहुत ही मजा आ रहा है और जोर से मारो सुरेश और जोर से। उनका सुरेश और ज्यादा उत्सुकता से भर गया और वह मौसी जी के दोनों चुंचो को अपने हाथों में पकड़ कर।

उनको जोर-जोर से चोदने लगा। और ऐसी आवाज आ रही थी कि जैसे मानो कोई पिट-पिटके के ताली बजा रहा हो, पट-पट। सुरेश का झड़ने ही वाला था कि उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया और अपने आप को कंट्रोल किया। 

सुरेश ने मौसी जी को डॉगी पोजिशन में आने के लिए कहा। क्योकि, वह मौसी जी की बड़ी और गोल-मटोल गांड को पीछे से चोदना चाहता था। मौसी जी ने ऐसा ही किया और उनकी मोटी नरम-नरम गांड को देखते ही सुरेश ने अपना लंड झट से घुसा दिया। 

मौसी जी झटके से आगे को गिर गई और सुरेश उन्हें पीछे से ठोकने लगा। वह अपने पैरों को इतनी जोर से हिल रहा था, और मौसी जी को इतनी जोर से चोद रहा था। 

कि हर बार जोर-जोर से आवाज आ रही थी। उसके बाद सुरेश उनको चोदते-चोदते, उनके चूतड़ पर थप्पड़ भी मार रहा था। 

मौसी जी ने बोला – और जोर से सुरेश, और जोर से अपनी मौसी को झाड़ने में मदद करो। सुरेश ने अपना अंगूठा मौसी की गांड के छेद में घुसा दिया! और मौसी एकदम से चीख पड़ी। 

लेकिन सुरेश ना रुका और मौसी को पीछे से चोदता ही रहा। जैसे ही सुरेश का झड़ने वाला था उसने अपना लंड बाहर निकाल कर उनकी गांड पर अपना वीर्य निकाल दिया। सुरेश और मौसी जी दोनों ही सासे भर रहे थे, और बहुत ही थक गए थे। 

मौसी जी ने बोला – पता नहीं क्यों, अभी तक तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है। अगर तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड होती तो, वह बहुत किस्मत वाली होती। सुरेश ने बोला – मौसी जी गर्लफ्रेंड नहीं है लेकिन आप तो हो ना मेरी मौसी फ्रेंड। 

 इस बात पर दोनों जोर-जोर से हंसने लगे और कहने लगे यह बहुत ही मजेदार एहसास था। 

 इस एहसास ने हम दोनों की अन्तर्वासना को संतुष्ट कर दिया। इस अनुभव के बाद अब सुरेश के पास भी सुनाने के लिए कहानी है जो कि बहुत ही बढ़िया और मजेदार है। 

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