Facebook पर मिली भाभी ko होटल mein चोदा – Antarvasnastory.org

हॉट लेडी Xxx कहानी में मैंने फेसबुक से एक भाभी को रिक्वेस्ट भेजी. उसने स्वीकार कर ली और हमारी बात शुरू हो गयी. आखिर उसने मुझे अपने शहर के होटल में बुलाया.

दोस्तो, मेरा नाम विशाल कुमार है और मैं राजस्थान के अजमेर शहर का रहने वाला हूँ.

मेरी उम्र 22 साल है.

मेरे लंड का साइज 6 इंच है और यह तीन इंच मोटा है.
यह किसी भी भाभी की चूत की गर्मी को शांत करने के लिए काफी देर तक चूत में चलता है.

यह हॉट लेडी Xxx कहानी मेरे और फेसबुक वाली भाभी के बीच हुई चुदाई की है.
उन भाभी का नाम पूनम था और उनकी उम्र करीब 35 साल की थी.

यह बात आज से दो साल पहले तब की है जब मैं बारहवीं कक्षा में था.
एक दिन मैं खाली समय में फेसबुक चला रहा था.

उधर कुछ महिलाओं की प्रोफाइल देखते हुए मैंने ऐसे ही एक पूनम नाम की फेसबुक आईडी को रिक्वेस्ट भेज दी और दूसरे लोगों से बात करते हुए फेसबुक चलाता रहा.

मुझे इंतजार था कि मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट का कोई जवाब आए.
पर उस दिन उनकी तरफ से कुछ भी रिस्पांस नहीं आया.

मैं फेसबुक बंद करके कुछ काम करने में लग गया.
फिर शाम को जब मैंने वापस फेसबुक की आईडी को खोल, तो देखा कि भाभी ने रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली थी.

मगर उस वक्त पूनम भाभी ऑनलाइन नहीं थीं.
रात के वक्त पूनम भाभी मुझे ऑनलाइन मिलीं, तो मैंने उन्हें मैसेज किया.
तुरंत ही उनका रिप्लाई भी आ गया.

मैं- हैलो!
पूनम- हाय.

मैं- हाउ आर यू?
पूनम- मैं ठीक हूँ, आप बताओ!

मैं- मैं भी ठीक हूँ. आप किस सिटी से हो पूनम जी?
पूनम- मैं जयपुर से हूँ और तुम?
मैं- अजमेर सिटी से हूँ. आपकी प्रोफाइल फोटो में आप बहुत सुन्दर लग रही हो.

मुझे पता था कि औरतों को अपनी तारीफ सुनना पसंद होता है, इसलिए मैंने उनकी तारीफ करना शुरू कर दिया.

पूनम- अच्छा जी, वैसे मेरी शादी हो चुकी है, मुझसे फ़्लर्ट मत करो.
मैं- अच्छा, लगता तो नहीं आपको देख कर कि आपकी शादी हो चुकी है. आप तो अभी बिल्कुल जवान लड़की की तरह लगती हैं.

पूनम- अच्छा जी!
मैं- हां जी, मैं बिल्कुल सच बोल रहा हूँ.

ऐसे ही मैं भाभी की तारीफ करता रहा और उसी बीच उन्होंने बताया कि उनके पति कहीं बाहर जॉब करते हैं और महीने में एक दो बार ही आ पाते हैं.

उनकी इस बात से मेरी समझ में आ गई कि भाभी को पति का सानिध्य ज्यादा नहीं मिल पाता है इसलिए ये फ़ेसबुक पर मर्दों से बात करना पसंद करती हैं.

अब भाभी से मेरी बातचीत होने लगी थी और काफी दिन तक बातचीत चलती रही.

हम दोनों एक दूसरे के बहुत करीब आ गए थे और हम दोनों एक दूसरे से सेक्स की बातें भी करने लगे थे.
अब हम दोनों के बीच आप आप वाला संबोधन खत्म हो गया था.

मैं उनसे पूछ लेता था कि पति के बिना कैसे मन लगता है तुम्हारा?
वे बोल देतीं- क्या करूं यार, हाथ से ही काम चलाना पड़ता है.

मैंने कहा- मुझे सेवा का अवसर दो, मैं तुम्हारी सारी प्यास बुझा दूंगा.
वे हंसने लगीं और बोलीं- जब वक्त आएगा तो जरूर याद करूंगी. पर उस वक्त तुम केएलपीडी मत कर देना.

मैंने कहा- अरे यार भाभी जी, केएलपीडी तो हम मर्दों की होती है … और यह केएलपीडी आप जैसी हसीनाएं ही हम जैसे मेहनती मर्दों के साथ करती हैं.

शायद भाभी को केएलपीडी का अर्थ यही मालूम था कि ऐन मौके पर धोखा हो जाना.
हालांकि केएलपीडी का अर्थ तो यही होता है लेकिन उन्हें केएलपीडी का फुल फॉर्म नहीं मालूम था.

वे कहने लगीं- मर्दों का अकेले कैसे … हम लड़कियों के साथ भी तो लड़के धोखा कर देते हैं!
मैंने पूछा- आपके पास लंड है क्या?

वे मेरे इस सवाल से अचकचा गईं और बोलीं- वह तो तुम्हारे पास है. मेरे पास तो छेद है.
मैंने कहा- तो मेरी प्यारी भाभी जान … केएलपीडी का अर्थ यह होता है कि खड़े लंड पर धोखा … अब बताओ कि तुम्हारे खड़े लंड पर किस तरह से धोखा हो सकता है.

वे हंसने लगीं और बोलीं- अरे धत्त यार … यह तो मैंने कभी जानने की कोशिश ही नहीं की कि केएलपीडी का अर्थ यह होता है!
मैंने कहा- चलो, अब तुम जीसीपीडी कह दो!

वे फिर से सोच में पड़ गईं और मुझसे पूछा कि यह जीसीपीडी क्या हुआ?
मैंने कहा- गर्म चूत पर धोखा.
वे हो हो करके हंसने लगीं.

अब हम दोनों खुल कर लंड चूत की बातें करने लगे थे.

एक बार जब वे मुझसे मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछ रही थीं.
तो मैंने झूठ बोल दिया कि मेरी कोई गर्लफ्रेंड ही नहीं है.

ऐसे ही बातें करते करते हमने उसी दिन मिलने का तय किया.

उन्होंने कहा- दो दिन बाद तुम जयपुर आ जाओ. उधर ही हम लोग किसी होटल में मिल लेंगे!
मैंने कह दिया- हां ठीक है.

मैं दो दिन बाद जयपुर चला गया.
उन्होंने मेरे लिए पहले ही एक होटल में रूम बुक करा रखा था और मुझे होटल व रूम नंबर आदि का बता दिया था.

मैं सीधा होटल चला गया और उनको कॉल करके बताया कि मैं होटल पहुंच गया हूँ. तुम आ जाओ.
भाभी ने कहा- मैं एक घंटे बाद आऊंगी. जब तक तुम कमरे में चले जाओ और फ्रेश हो जाओ.

मैंने हां कही और होटल में जाकर रूम की चाभी ली, सारी औपचारिकताएं पूरी की और फ्रेश होने चला गया.
मैं फ्रेश होकर बेड पर लेट गया.

कुछ देर बाद रूम की घंटी बजी, तो मैंने दरवाजा खोला.
सामने देखा तो एक मस्त हॉट सी भाभी खड़ी थीं.

भाभी ने नीली जींस और ब्लैक टॉप पहना हुआ था.
उनके इस चुस्त से टॉप में से उनके दूध बड़े मस्त दिख रहे थे.
मेरी नजर भाभी के मम्मों के ऊपर ही टिक गयी थी.

भाभी ने मेरी कामुक नजरों को भांप लिया था.
उन्होंने मुझे हाथ लगा कर हिलाया तो मैं होश में आया और उनको अन्दर बुलाया.

वे अन्दर आईं तो मैं गेट बंद करके वापस भाभी की तरफ घूमा.

उनकी चुस्त जींस में से बड़ी सी गांड को ठुमकता देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैंने अपने लौड़े को पैंट के ऊपर से ही सही करते हुए समझाया कि यह तेरे लिए ही अपना छेद देने आई है भोसड़ी के … जरा तसल्ली रख ले.

वे मेरी तरफ घूमी और मेरे होंठों की बुदबुदाहट व हाथ से लंड को समझाती हुई शायद समझ गई थीं.
भाभी मुस्कुराती हुई बेड पर अपनी गांड टिका कर बैठ गईं.

मैंने भी उनके बाजू में बैठ गया और हम दोनों बातें करने लगे.
धीरे धीरे हम दोनों करीब होते गए और उन्होंने मेरी जांघ पर हाथ रख दिया.

मैंने भाभी की तरफ देखा, तो उनकी आंखें हवस से लाल हो गयी थीं.
मेरी नजरों ने उन्हें देखा तो उन्होंने मुझको आंख मारी और मेरे गले से लग गईं.

भाभी मेरी गर्दन पर किस किस करने लगीं.
मैंने उन्हें दूर किया और उनके होंठों पर होंठों लगा कर चूमना शुरू कर दिया.

भाभी भी मेरा पूरा साथ दे रही थीं.
ऐसे ही आधा घंटा तक हम दोनों चूमाचाटी करते रहे.

फिर मैंने उनके कपड़े उतारना शुरू कर दिए और जल्द ही भाभी को पूरी नंगी करके उनके 36 साइज के मम्मों को चूसना और दबाना शुरू कर दिया.

जैसे ही मैंने भाभी के मम्मों को चूसना शुरू किया, पूनम भाभी के मुँह से आवाज आना शुरू हो गयी.
पूनम भाभी- आह आह विशाल … जोर जोर से दबाओ मेरे मम्मों को … चूसो इनको … आह इनको मसल कर रख दो आह आह जोर से … और जोर से आह!

वे यूं अपनी कामुकता जाहिर करती हुई मेरे बालों में हाथ फेरने लगीं और मेरे सर को अपने मम्मों में दबाने लगीं.

कुछ मिनट तक भाभी के दूध चूसने के बाद मैं उनकी चूत की तरफ जाने लगा.
उनकी चूत एकदम साफ थी, उस पर झांट का एक भी बाल नहीं था.

भाभी की चिकनी चूत देखते ही मेरे मुँह में पानी आ गया और मैं चूत पर टूट पड़ा.
मैं भाभी की चूत को चूसने और चाटने लगा.

जैसे ही मैंने चूत को अपनी जीभ से चूसना शुरू किया, पूनम भाभी पागल सी हो गईं- आह जोर जोर से … आह आह विशाल … आह कितना मस्त चूसते हो तुम … आह और जोर से … आह पूरी जीभ अन्दर डालो आह … ऐसे ही आह आह विशाल … सच्ची मजा आ गया मेरी जान.

मैंने कुछ मिनट तक भाभी की चूत को पूरी तन्मयता से चूसा.
जिससे पूनम भाभी जोर जोर से आह आह करती हुई झड़ गईं.

कुछ देर तक मैं पूनम भाभी की चूत से निकले नमकीन रस को चाटता रहा और उनकी चूत को कांच सा चमका दिया.

भाभी चूत चटवा कर वापस गर्म होने लगी थीं.
वे उठ गईं और उन्होंने मेरे सारे कपड़े उतार दिए.

वे मेरे लंड को देखते ही बोलीं- आह मीठा गन्ना … आज तो चूसने में मजा आ जाएगा.
वे मेरे लंड को गन्ने के जैसे ही चूसने लगीं.

मैंने भी उनके बाल पकड़े और उनके मुँह को चोदने लगा.
मेरी तेजी से भाभी के गले तक लंड चोट करने लगा था और इसी वजह से उनको साँस लेने में दिक्कत होने लगी थी.

उन्होंने छटपटा कर मेरा लंड मुँह से बाहर निकाल दिया … और मेरी आंखों में वासना से देखने लगीं.

अब हम दोनों 69 में हो गए.
भाभी मेरा लंड … और मैं उनकी चूत चूसने लगा.

कुछ मिनट बाद पूनम भाभी बोलीं- विशाल, बस अब चोद दो मुझे … और बना लो अपनी रंडी.
मैंने यह सुनते ही उनको पलंग पर पटका और उनके पैर फैला कर लंड को उनकी चूत पर रख दिया.

वे लंड की गर्मी पाते ही अपनी गांड हिलाने लगीं.
मैंने चूत की फांक में लंड का सुपारा सैट किया और एक ही बार में पूरा लंड जड़ तक पेल दिया.

पूनम भाभी को अंदाजा ही नहीं था कि मैं एकदम से लंड को गहराई तक पेल दूंगा.

वे कराह उठीं- आह विशाल धीरे … आह मार डाला रे … आह मेरी चूत फट गयी … आह रुको … थोड़ा आराम से!

अब मैं धीरे धीरे लंड अन्दर बाहर करने लगा और भाभी को किस करने लगा.

कुछ देर बाद भाभी को भी चुदवाने में मजा आने लगा.
वे भी अपनी गांड उठाने लगीं.

मैं समझ गया कि भाभी को लंड पसंद आ गया है. मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी.

हॉट लेडी Xxx चुदाई का मजा लेती हुई नीचे से गांड उठा उठा कर मेरा साथ देने लगीं- आह आह विशाल … और जोर से चोदो … और अन्दर तक पेलो … आह जोर जोर से … आह मजा आ रहा है … आह मेरे राजा.

मैं- ले रंडी साली चुद भैन की लौड़ी आज मेरे लंड से … आज तेरी चूत का भोसड़ा बना दूंगा आज मैं … ले साली रंडी!
पूनम- आह विशाल बना ले मुझको अपने लौड़े की गुलाम आह मैं आज से तेरी रंडी आह ऐसे ही आह … और जोर से चोदो मेरे राजा … मैं तेरी पर्सनल रंडी हूँ आह आह.

मैंने उसको बहुत से आसनों में काफी देर तक चोदा और उसकी चूत में ही अपने लंड का रस झाड़ दिया. इस दौरान वह दो बार झड़ चुकी थीं.
उसके बाद हम दोनों ने दो बार और चुदाई का मजा लिया और अपने अपने घर चले गए.

दोस्तो, यह मेरी सेक्स कहानी एक अजनबी भाभी के साथ हुई सच्ची सेक्स कहानी है.
आपको हॉट लेडी Xxx कहानी कैसी लगी, प्लीज बताएं.
आपका अपना विशाल कुमार
vs4886162@gmail.com

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