हेलो दोस्तों उम्मीद है आप सब घर पर ठीक होंगे।
दोस्तों मेरा नाम है संजीव मेरी उम्र 25 साल है और मैं दिखने में गोरा हूं लेकिन ज्यादा खास नहीं हूं।
मेरी अब तक एक ही गर्लफ्रेंड रही थी और उसके साथ मैंने सिर्फ दो बार सेक्स किया।
उसके जाने के बाद मेरी अपना कोई गर्लफ्रेंड नहीं बनी।
मेरे पड़ोस में एक भाभी रहती थी जिनकी उम्र करीब 35 साल थी और वह दिखने में एकदम गोरी चिट्टी थी।
यह कहानी उसी भाभी की चुदाई के ऊपर है bhabhi sex story भी कह सकते हैं।
दोस्तों जब से मेरा ब्रेकअप हुआ है तब से अब तक 2 महीने हो चुके हैं पहले मेरी नजर भाभी पर नहीं गई थी।
मतलब मैं देखता था जानता था लेकिन अभी उनके बारे में सेक्स का नहीं सोचा।
लेकिन जब से ब्रेकअप हुआ तब से मुझे सेक्सी की बहुत तलब लग गई है।
मैं बस सामने वाली उस रेणु भाभी को चोदना चाहता था और उनका बदन देखना चाहता था।
मैं देखना चाहता था कि वह बाहर से इतनी खूबसूरत है क्या अंदर से भी इतनी खूबसूरत होंगी।
उनका एक छोटा सा बच्चा था जो करीब 2 साल का होगा।
मैं उसी बच्चे के बहाने उनके घर जाता है बार-बार और उसी के साथ खेलता था।
मेरे घरवाले मुझे बहुत शरीफ समझते थे इसलिए उन्होंने मुझे कभी मना नहीं किया भाभी के घर जाने से।
भाभी के घर वाले भी अजीब थे भाभी के घर पर सिर्फ भैया भाभी और कोटा बच्चा रहता था।
पता नहीं क्यों उसका पति बहुत कम घर आता था मैं तो कम से कम उसे महीने में चार या पांच बार ही देखा होगा।
शायद वह जॉब करता टाइम नहीं मिल पाता , मुझे नहीं पता था मैं जानकर क्या करता मैं खुश था क्युकी ये मेरा प्लस पॉइंट था !
पर प्लस पॉइंट था। क्योंकि अगर घर पर होते तो मैं उनके घर नहीं जा पाता।
कहानी की शुरुआत कहां से हुई जब उनका छोटा बच्चा जोर जोर से रोने लगा।
मुझे समझ नहीं आया कि बच्चे को चुप कैसे कराया जाए।
मैं कभी से खिलौना दिखा रहा था तभी उसके सामने हंस रहा था तभी उसे गोदी में उछाल रहा था पर वह नहीं चुप हुआ ।
इतने में भाभी भाग कर आई और उसे अपनी गोदी में लिया और अपना एक दूध बाहर निकाला और बच्चे को पिलाने लगी।
मैं तो हक्का बक्का रह गया क्योंकि भाभी ने अपना बूब मेरे समय निकाला था।वह अभी भी मेरे सामने ही बैठी थी वह मेरे सामने अभी भी बच्चे को दूध पिला रही थी ।
मुझे उनके निप्पल साफ दिख रहे थे भूरे रंग के और मेरा मन कर रहा था काश कुछ बच्चे के जगह में होता।
भाभी ने कहा कि यह ऐसे ही रोता है जब तक से दूध नहीं मिलता और दूध पीने के बाद शांत हो जाता है।
पर मेरी नजर सिर्फ और सिर्फ उनके बूब्स पर ही थी।
उन्होंने मुझे देखा कि मैं उनके बूब्स को ही देख रहा हूं तो वह हल्का सर घूम गई।
फिर मुझे भी थोड़ा सा अच्छा लगा तो मैंने कहा मैं बाद में आता हूं।
मैं वहां से चला गया तो मुझे अच्छा नहीं लगा कि उन्होंने मुझे देखकर खुद को मोड़ लिया।
उस दिन तक मैं उनके घर नहीं गया वह बात मुझे बार-बार खा रही थी।
कुछ दिनों बाद भाभी ने मुझे फिर से अपने घर बुलाया कहा बच्चा तुम्हें याद कर रहा है ।
मैं खुश हो गया था और फिर से उनके घर जाने लगा था।
एक दिन उनके कमर बहुत दर्द हो रहा था उस दिन मेरे घर पर गया।
मैंने उनकी हालत देखी तो मैंने उनसे पूछा क्या हो रहा है आपको।
उन्होंने बोला बहुत ज्यादा कमर दर्द हो रहा है दवाई लेने से भी ठीक नहीं हो रहा है।
यह बात अच्छी थी कि उनके कमर दर्द हो रहा था और मैं इस टाइम कहां पर था क्योंकि मुझे मसाज और स्ट्रेचिंग का ज्ञान था।
मुझे पता था कि कोई ना कोई नस खींची होगी तभी उन्हें इतना पेन हो रहा है।
उन्होंने यही कहा कि काम कर रही थी एकदम से उनकी कमर की नस खिंच गई।
उनको मेरे बारे पता था कि मैं इन चीजों के बारे में जानता हूं।
तो मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और उनकी कमर सीधी करके अपने हाथ से जहां दर्द था वहां दबाने लगा।
उनका दर्द पेर और कमर के बीच यानी गांड के आस पास था!
तो मैंने उनका पेर पर झटका मारा फिर कमर खींची तो उन्हें काफी रिलैक्स मिला!
उन्होंने कहा अरे वाह अब दर्द कम हो गया हैं अच्छा लग रहा हैं!
मैंने उन्हें कहा लाओ मालिश कर देता हूँ वो मना नही कर पाई क्योंकि उन्हें आराम मिल रहा था!
उन्होंने अपनी साड़ी हल्की सी नीचे करि ओर ब्लाउज ऊपर तो मैंने उनकी मालिश करने लगा !
उन्हें जंहा दर्द था वंहा मालिश नही हो पा रही थी तो साड़ी वह उतार नही सकती थी यो उन्होंने कहा हाथ डालके मालिश करदो!
मै हाथ डालकर मालिश करने लगा बार बार मेरा हाथ उनकी गांड पर टच हुआ और मेरा लंड खड़ा हो गया !
मेरा उंगलिया कहि बार उनकी गांड की लकीर पर जा चुकी थी न वो कुछ बोली ओर न मैं!
मालिश करने के बाद मैंने उन्हें अगले दिन सूट पहनने को बोला ताकि मालिश ठीक से हो!
अगले दिन मुझे डर था कहि वो बुलाए न मुझे क्योंकि मैंने जानकर कहि बार उनकी गांड पर हाथ लगाया!
पर कुछ देर बाद उनका मैसेज आ गया और मैं उनके घर चला गया!
उन्होंने पीले रंग का सूट पहना था और उसमें वो सुंदर लग रही थी!
तो मैंने उन्हें लेट जाने को कहा और आज तो बिना बोले ही वो अपना सूट ऊपर कर चुकी थी और सलवार को ढीला कर चुकी थी!
उनकी आधी नंगी पीठ और ब्रा तक मुझे दिख रही थी मुझसे तो रहा नही जा रहा था! पर खुद पर काबू पाकर मैंने उनकी नंगी पीठ पर मालिश करदी!
धीरे धीरे मैंने अपने हाथ उनकी कमर के नीचे डाले ओर जानकर उनकी सलवार धीरे से नीचे करने लगा ताकि मुझे उनकी गांड दिख जाए!
धीरे धीरे मालिश के साथ साथ मैंने सलवार नीचे करदी ओर उनकी गांड हल्की सी दिखी यार क्या गांड थी गोल गोरी ओर उबरी हुई!
मैंने मालिश करि ओर जानकर उनकी गांड पर कहि बार हाथ फेर दिया!
पर आज भी मेरी हिम्मत नही हो पाई ओर मैंने मालिश करि ओर घर चला गया!
अगले दिन मैंने उन्हें छत पर टहलते देखा वो बच्चे के साथ खेल रही थी और फ़ोन में बात कर रही थी कि उनका कमर दर्द ठीक हो चुका हैं!
उनकी ये बात सुनकर खुशी तो हुई पर दुख भी हुआ कि अब मैं उनकी मालिश नही कर पाऊंगा!
मुझे लगा शायद एक ही मौका था वो भी मैंने गवा दिया!
मेरा मुह बन गया था लेकिन भाभी मुझे तबसे देख रही थी की मेरा मुँह बना हुआ हैं उन्होंने कुछ नही कहा!
मैं मुह लटका के बैठा हुआ था थोड़ी देर बाद उनका मैसेज आया कि मालिश करने आ जाओ! आगे पढ़े……