ऐसी भाभी सबको मिले – 2 Bhabhi Sex Story

यह कहानी आपको किसी भी तरह से किसी के साथ गैर समभंद बनाने को नहीं कहती और न बढ़ावा देती ! ऐसा करना गलत और गैरकानूनी हैं! कहानी पढ़कर आपकी मानसिकता पर असर पढता हैं तो ये वेबसाइट छोड़ दे! अगर कहानी को सिर्फ मजे के लिए पढ़ रहे हैं तो पूरा मजा लेकर कहानी पढ़े!

धन्यवाद

पिछले भाग ऐसी भाभी सबको मिले – 2 में आपने पढ़ा की कैसे मैंने भाभी के खूबसूरत बदन के हर निजी हिस्से को छुआ!

पिछले भाग जरूर पढ़े जो की बहुत कामुक हैं !

और हवस के चलते मैंने उनके बूब्स जोर से दबा डाले, जिसके कारण भाभी भाभी ने दूसरी तरफ मुँह कर लिया था!

क्या भाभी को सब पता चल गया था?

पडे इस भाग में !

मुझसे अब रहा नहीं गया मैं घुट रहा था इसीलिए एकदम से उठकर कमरे से जाकर छत पर टहलने लगा!

टेंशन में नींद नहीं आ रही थी और जागकर और सर दर्द हो रहा था!

मुझे समज नई आया की एकदम से मैंने ऐसा क्यों किया?

मैंने तो सारे होने वाले भविष्य सोच लिए जैसे मैं बेल्टों से पिट रहा हूँ!

या मुझे घर से निकाल दिया मार मार के!

सब उठ चुके थे भैया ने मुझे आवाज मारी निचे बुलाया, मेरी दिल की दड़कन जैसे थम सी गयी हो!

मैं घबरा कर जैसे तैसे डरा हुआ चेहरा लेकर निचे गया!

भैया ने कमरे में बुलाया और बोला जल्दी क्यों उठ गया आज?

मैंने उनकी आँखों में देखा ऐसा लगा बस अभी थप्पड़ पढ़ेगा, वो कहते चाय रखी हैं कबसे पीले!

और थोड़ा स्ट्रेस कम लिया कर मुँह देखा कैसा सा बना रखा हैं!

मैंने गहरी साँस ली और सोचा शायद अभी तक भाभी ने किसी को बताया नहीं!

सब बैठ कर चाय पी रहे थे, तभी भाभी भी कमरे में आ गयी!

मेरा मुँह फिर बन गया और फिर टेंशन शुरू हो गयी, मैंने मुंडी निचे करली!

सब चुप थे कमरे में बस पंखे की आवाज आ रही थी मैंने आंखे बंद कर रखी थी सर निचे करके!

ऐसा लग रहा था मानो सब मुझे देख रहे थे मैंने धीरे से मुंडी ऊपर करी तो सब सच में मुझे देखने लगे!

मैं और घबरा गया फिर भाभी ने कहा क्या हुआ तुम्हे इतने गहराए हुए क्यों हो?

सब मुझसे एहि पूछ रहे थे मैं चुप रहा सोचा भाभी से अकेले में जाकर माफ़ी मांगता हूँ!

जब भी भाभी के पास जाता वही कोई न कोई होता और भाभी का चेहरा देख कर लग रहा था आज मेरी कुटाई होगी!

रात हो गयी भाभी फिर भैया के साथ नहीं सोई मुझे भाभी के साथ सोना था!

भैया, मम्मी और पापा सो गए थे, मैं भाभी के कमरे में गया!

मैंने कहा भाभी सॉरी, भाभी ने उधर मुँह किया हुआ था और चादर लेकर सो रखी थी!

शायद तबियत खराब थी इसीलिए सो गयी होंगी , मैंने सोचा छोड़ो कल बात कर लूँगा आज चैन से सो जाता हूँ!

लाइट बंद करके मैं सो गया सोते सोते मैंने भाभी की तरह मुँह किया और अनजाने में उनकी कमर पर हाथ रखा!

मैं नींद में था तो मुझे समज नहीं आया की ये क्या हैं ऐसी ही नींद में मैंने हाथ फेरा और देखा मैं गांड पर हाथ फेर रहा हूँ!

जिस गांड पर कपड़े नहीं हैं, मैंने एकदम से हाथ हटा लिया और थोड़ी देर बाद मोबाइल की लाइट जलाकर चादर के अंदर देखा!

मेरी आंखे फ़टी रह गयी भाभी पूरी नंगी थी मेरे साथ और मेरी तरह नंगी पीठ और गांड करके सोई थी!

मुझे कुछ समज नहीं आया दो मिंट दिमाग ने काम करना बंद कर दिया मेरे!

उन्ही दो मिनट में मैंने उनके पिछवाड़े पर हाथ फेर दिया था अच्छे से!

जब समज आया की मैं फिरसे वही सब कर रहा हूँ मैंने झटके से हाथ हटा दिया!

थोड़ी देर बाद भाभी अपनी गांड को बिलकुल मुझसे सटा कर सो गयी!

मैंने खुदको और दूर कर लिया क्युकी वो मुझे भैया समज रही थी!

कुछ देर दूर होने के बाद उन्होंने मेरे मुँह के पास मुँह रख दिया!

मैंने फिर दूरी बना ली फिर एकदम से उन्होंने मेरे होंठ चुम लिए!

मुझे कुछ समज नहीं आया मैंने उनको पीछे हटाकर बोला मैं सोहन हूँ भैया दूसरे कमरे में सो रहे हैं!

भाभी ने कहा अच्छा माफ़ करना और थोड़ी देर के लिए सो गयी!

रात के कुछ मिनट मुझे जिंदगी के सबसे ज्यादा लम्बे मिनट लग रहे थे!

मैं अपने ऊपर काबू नहीं कर सकता था दूसरा कमरा नहीं था भाभी खूबसूरत थी और बिना कपड़ो की थी!

ऊपर से मुझे चुम चुकी थी और मैंने उनके बहुत जगह हाथ फेरा हुआ था!

थोड़ी देर बाद नींद में उन्होंने मेरे ऊपर हाथ रखा!

अब तो उन्हें पता था मैं छोटे हूँ इसीलिए मैंने सोचा आराम से सो जाता हूँ!

कुछ देर बाद फिरसे हम दोनों के मुँह आमने सामने आ गए, बहुत देर तक उनकी सांसे मेरे मुँह से टकराई और मैंने उनके होंठ चुम डाले!

उन्होंने इस बार आंखे खोल दी और ममेरी आँखों में देखने लगी!

मैंने कहा सॉरी भाभी। उन्होंने कहा किस बात के लिए!

मैंने कहा अभी जो मैंने किया , भाभी ने कहा और जो कल किया था उसके लिए और परसो वाला भी!

मैं घबरा गया और मैंने कहा आपको सब पता था तो चुप क्यों हो!

भाभी ने कहा तुम्हारी चिंता रहती हैं तुम इन सब से दूर हो मुझे तुम पसंद हो!

तुमसे गलती जरूर हुई लेकिन मुझे अच्छा लगा!

मैंने कहा मतलब आप मुझसे ये सब करवाना चाहते थे ताकि डर निकल जाए!

उन्होंने कहा मैं चाहती थी बस तुम वर्जिन न रहो !

उसके बाद भाभी ने मेरे होंठ चूमे और जबर्दस्त किस का महोल शुरू हो गया!

भाभी ने मेरी मुझे नंगा करा और मेरे ऊपर चढ़ गयी!

अपने मुलायम हाथो से मेरा लंड अपनी गरम चूत में डाल दिया!

जो अहसास मुझे हुआ वो बहुत अलग था ऐसा पहले कभी महसूस नहीं हुआ था!

मेरे तो आंसू आ गए और भाभी मेरे लंड पर कूद रही थी!

मेरे हाथ उनके बूब्स पर और हम चुम्बन कर रहे थे!

इतना उत्तेजित मैं जिंदगी में कभी नहीं हुआ और मेरा बहुत जल्दी हो गया और सारा माल भाभी की चूत में निकल गया!

पहली बार था इसीलिए जल्दी हुआ उसके बाद हमने आधी रात को फिरसे सेक्स किया और तब जाकर मुझसे संतुष्टि मिली!

अब जब भी मौका मिलता हैं बड़े सावधानी के साथ हम सेक्स करते हैं!

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