भाभी की मदत से कुवारी बहन की चुदाई – 2

में : मेरा मोबाईल दे दो नहीं तो में निकाल लूँगा, और मेरी बहन वही खड़ी खड़ी हस रही थी.

भाभी : हिम्मत हे तो निकाल के दिखाओ और नही निकाल सकते तो में दीदी को बोल दूंगी के तुम क्या देख रहे थे.

रश्मि : भाभी यह क्या कर रहा था जरा मुझे भी तो बताओ?

में : मोबाईल दो मेरा.

Hindi Sex Stories भाभी : निकाल लो हिम्मत हे तो, मेरी तो अब गांड फटने लगी थी क्योंकि रश्मि और घर के बाकि लोगो के सामने हमारा रिश्ता अभी भी भाभी और देवर का ही हे, लंड और चूत का नहीं. मैने कहा अगर रश्मि नही होती तो में निकाल लेता.

भाभी : समज लो दिदि यहाँ पर नहीं हे निकाल लो, हे हिमत?

रश्मि : तुम दोनों जानो के क्या करना हे, मेरी तो चाय पक रही हे, रश्मि किचन में गई और मैने भाभी की ब्लाउज में हाथ डाल दिया.

में : मेरा मोबाइल दो.

भाभी : में नहीं दूंगी ऐसा बोल कर वह मोबाईल को हाथ से दबाने लगी थी, हम दोनों मोबाईल के लिए इतनी कशमकश कर रहे थे की भाभी कब बेड पर लेट गई और में उनके उपर चढ़ कर उनके ब्लाउज में से मोबाइल निकाल ने की कोशिश कर रहा था यह मुझे कुछ भी पता नहीं चला.

रश्मि : ये लो चाय पि लो तुम. रश्मि ने हम को ऐसे देख लिया पर वह कुछ भी नही बोली क्योंकि उसे लगा की हम लोग मस्ती कर रहे हे.

भाभी : यह ले लो, मुझे तुम्हारा मोबाइल नहीं चाहिए में तो ऐसे दस खरीद लुंगी तुम्हारे भैया से बोल के.

रश्मि : आज पहली बार तुमको ऐसा इतनी मस्ती करते हुए देखा हे वरना कभी भी ज्यादा बात नही करते हो आप, ऐसा क्या हे इस मोबाइल में?

भाभी : इनकी गर्ल फ्रेंड के फोटो देख रहे थे बिना कपडे वाले, ऐसा बोल के वह हस दी, और में भी शरमा गया. दीदी आपका मोबाईल दो ना मुझे आपके भैया को फोन लगाना हे. रश्मि ने मोबाइल दे दिया लेकिन भाभी ने उसे भी ब्लाउज में रख लिया और बोली.

में घर जाकर देखूंगी के इसमें किसके किसके फोटो हे.

रश्मि : यही पर देख लो ना उसमे कुछ भी नही हे.

थोड़ी देर के बाद भाभी रश्मि का मोबाइल देकर चली गई और तब तक माँ भी आ चुकी थी, और इसी तरह रोज दिन में में और भाभी बहन के सामने मस्ती करते थे और धीरे धीरे मेरी बहन को हम पर शक होने लगा था, क्योंकि जब भी मेरी बहन ऑफिस से घर पर आती तब मेरी बहन यही पर मिलती थी. और में आज कल घर में शर्ट निकाल कर घुमने लगा था. एक दिन भाभी ने मुझे बताया की जब में घर में नहीं था तब उनके और रश्मि के बिच क्या बात हुई.

भाभी : आप को कोई बॉय फ्रेंड हे की नहीं?

रश्मि : नही, क्यों?

भाभी : क्या दीदी आप भी ना इतनी सुंदर हो और जूठ मत बोलो.

रश्मि : नही हे भाभी, लेकिन आपका शादी से पहले जरुर रहा होगा, और वह कुछ बोली नही और स्माइल देने लगी.

रश्मि : अच्छा तो सच में था मतलब.

भाभी : हां, लेकिन तुम्हारे भैया को यह बात पता नही चलनी चाहिए.

रश्मि : अरे वह पहले था ना और आब कहा से पता चलेगा.

भाभी : अब भी मेरा एक हे.

रश्मि : क्या, कोन भाभी,

भाभी : हे कोई.

रश्मि : भाभी यह गलत हे और भाई को पता चल गया तो?

भाभी : तुम्हे नही पता चला तो उनको कहा से पता चलेगा?

रश्मि : मुझे नही पता मतलब?

भाभी : कुछ नही छोडो. तुम बताओ तुमने किसी को बॉय फ्रेंड बनाने की नहीं सोची हे क्या?

रश्मि : भाभी आप पहले बताओ की आप गलत क्यों कर रही हो? आप की तो शादी भी हो चुकी है और फिर भी.

Hindi Sex Stories भाभी : में नही चाहती की मेरा और तुम्हारे भाई का रिलेशन ख़राब हो लेकिन वह मुझे बिस्तर पर खुश नहीं रख पाते और अगर यह बात ने उन्हें बताउंगी तो रिलेशन पर असर पडेगा, इसीलिए मुझे बहोत सोच समज कर यह कदम उठाना पड़ा. लेकिन प्लीज़ तुम किसी से नहीं कहना और यह मेरी और तुम्हारे भैया की जिंदगी का सवाल हे, क्या आप यह चाहती हो के हम लोग अलग हो जाये?

रश्मि : ठीक हे किसी को नही कहूँगी.

भाभी : तुम्हारा कोई बॉय फ्रेंड क्यों नही हे?

रश्मि : में ऐसे ही किसी को नहीं बनाउंगी किसी मर्द को सिलेक्ट करुँगी.

भाभी : लेकिन उसके लिए तो पहले आप को उसके साथ हमबिस्तर होना पड़ेगा.

रश्मि : तो क्या करू भाभी आप ही बताओ.

भाभी : क्यों अपनी जवानी बरबाद कर रही हो? एक बार जवानी चली गई तो बहोत पछताओगी खुल के मजे लो जवानी के और कोई अपना बॉय फ्रेंड बना लो.

रश्मि : क्या भाभी आप भी, लड़के सिर्फ एक ही चीज के लिए गर्ल फ्रेंड बनाते हे और फिर मुझे डर लगता हे.

भाभी : अगर लड़के एक ही चीज के लिए गर्ल फ्रेंड बनाते हे तो तुम भी सिर्फ एक ही चीज के लिए बॉय फ्रेंड बना लो. और बहार डर लगता हे तो घर में कर लो मरी तरह.

रश्मि : भाभी आप घर में किस से..

भाभी : आप किसी को बताओगी नहीं तो आप को भी में दिलवा दूंगी.

रश्मि : नहीं बताउंगी

भाभी : देवरजी से, फिर कुछ देर बाद भाभी चली गई और रात में मेरे मोबाईल पर मेसेज आया.

भाभी : दीदी कहा हे देवरजी?

में : घर में हे.

भाभी : ठीक हे, और फिर में अपनी गर्ल फ्रेंड से बात करने लगा. मैने देखा की रश्मि बड़े गौर से मोबाईल में कुछ कर रही थी लेकिन मैने देखना सही नहीं समजा.

अगले दिन जब भाभी घर पर आई तो आते ही बोली.

भाभी : आज मेरा रंडीबाज देवर बहनचोद बन जायेगा.

में : क्या बात कर रही हे मेरी रंडी, तूने उसे मना लिया क्या?

भाभी : नही लेकिन आज तेरा काम बन गया लगता हे, और अब ये बताओ की दीदी ने रात को कब तक मोबाइल चलाया?

में : येही कोई १ बजे तक क्यों?

भाभी : कल रात की मैने दीदी को कुछ गन्दी गन्दी कहानिया सेंड कर दी थी भाई बहन वाली.

में : भाभी अगर आज मेरा काम हो गया तो में तेरी बहोत ही धमाकेदार चुदाई करूँगा और नहीं हुआ तो तेरी गांड को फाड़ के रख दूंगा.

भाभी : फाड़ देना में भी यही तो चाहती हु की तू मेरी फाड़ के रख दे. तभी भाभी के पास रेशमा का मेसेज आया उसमे लिखा था एस मैने मेसेज पढ़ा. तो भाभी ने मुझे बताया की मैने उसे कहानी सेंड करने से पहले मेसेज किया था की अगर तुम बॉय फ्रेंड बनाना चाहती हो तो देवरजी ने क्या बुराई? हे घर की बात घर में रहेगी और किसी को कुछ शक भी नही होगा. और अगर तुम कहो तो में देवरजी से बात करू, कल तक तुम सोच कर बता देना और उसे एक कहानी और सेंड की और मुझसे कहा.

भाभी : जब वो आएगी तब हम दोनों बिस्तर पर लेटे रहेंगे और बाकी काम आप मुज पर छोड़ देना.

में : ओके शाम को जब रश्मि आई तो में बिस्तर में लेटा हुआ था और भाभी ने गेट खोला और फिर आकर मेरे बगल में लेट गयी. रश्मि यह देख कर मुस्कुराई लेकिन कुछ भी नही बोली, लेकिन में उठ के बेठ गया, मुजे थोड़ी शर्म और डर लग रहा था.

भाभी : दीदी से ज्यादा तो आप डर रहे हो देवरजी.

रश्मि : भाभी में क्यों डरूंगी मैने आप के जेसे कुछ गलत थोड़ी ही कुछ किया हे?

भाभी : चलो ठीक हे कोई नहीं डर रहा लेकिन मेंरा एक काम कर दो बस तुम दोनों …

हम दोनों भाई बहन एक साथ बोले : क्या अब ऐसे अंजान मत बनो और तुम दोनों को पता नहीं हे की क्या करना हे तो हम तुम बेठो में तो जा रही हु मैने भाभी का हाथ पकड़ा और कहा.

में : तुम कहा जा रही हो अभी तो खेल शुरू हुआ हे.

भाभी : आज दूसरी पिच पर खेलना और फिर रश्मि का हाथ पकड पर उसे मेरे ऊपर गिरा दिया. मैने भाभी का हाथ नहीं छोड़ा लेकिन एक हाथ रश्मि को पकड लिया और उसकी पीठ पर हाथ फेर रहा था, मन तो कर रहा था की रश्मि को नंगा कर के चोद डू लेकिन ऐसा नहीं किया, रश्मि क्या माल लग रही थी उसने रेड सलवार सूट पहन रखा था.

भाभी की मदत से कुवारी बहन की चुदाई – 3

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