ये भाग – 2 है इसे पढ़ने से पहले कहानी का भाग – 1 जो की मनाली की चलती बस में चुदाई – 1 है!
मैंने भी अपनी पैंट आधी सरका के अपना लंड बहार निकाल दिया!
उसका चेहरा मेरी तरफ था और वो मेरी गोदी में बैठ गयी, धीरे से मेरे लंड को अपने कोमल हाथो से पकड़ा और अपनी तड़पती चूत में डाला और गोद में बैठ गयी!
हम दोनों ने एक दूसरे के चेहरे को निहारा और फिर से एक दूसरे को चूमने लगे!
एक दूसरे के होंठ के रस पी रहे थे और निचे धीरे धीरे वो ऊपर निचे हो रही थी!
मैंने उसका सूट और ब्रा दोनों ऊपर कर दिए और उसके गोल गोर बूब्स जिनपर रोंगटे खड़े हो रखे थे उन्हें अपने मुँह में लिया!
मैंने उसके निप्पल धीरे धीरे चूसे जैसे ये रात कभी खत्म नहीं होने वाली!
उसकी नंगी कमर पर मैं हाथ फेर रहा था और मेरा हाथ धीरे धीरे उसकी उबरी हुई गांड पर फेरा जिसपर रोंगटे खड़े थे!
सब धीरे धीरे चल रहा था मानो वक़्त रुक गया हो और सिर्फ हम दोनों एक दूसरे को प्यार कर रहे हो or bus mei chudai!
कुछ देर बाद वो उठी और अपनी नंगी पीठ मेरी और करके फिरसे मेरे लंड पर बैठ गयी!
जैसा की मैंने कहानी की शुरुवात में कहा “हलकी बारिश हो रही थी बस अँधेरे में पहाड़ की वादियों से होकर निकल रही थी!
खाली बस में हम वो मेरे लंड पर बैठी थी और मैं उसके कंधे को चुम रहा था”
उसकी नरम गांड मेरे जांघो को छू रही थी और मैं उसकी नंगी मोटी जांघो को सेहला रहा था!
कुछ देर बाद हम पीछे वाली सीट पर लेट गए और मैं उसके ऊपर चढ़ गया और जोरदार चुदाई शुरू करदी!
बारिश तेज होने लगी और मेरा सेक्स करना का तरीका भी तेज होने लगा!
और थोड़ी देर बाद मैंने अपने अंदर के सेहलाब को निकाल दिया!
बहुत ही मजेदार पल थे वो जिसे मैं आजतक नहीं भूल पाया!
फिर हम मनाली पहुंच गए और उधर एक होटल लेलिया Manali sex Story!
अपना अपना सामान उठाकर हम दोनों ने एक ही कमरा लेलिया और जाकर उस कमरे में मोती रजाई लेकर नंगे सो गए!
एक दूसरे को चूमने लगे बहुत ठण्ड थी बर्फ पड़ी हुई थी!
हमने फिरसे सेक्स करना शुरू कर दिया अबकी बार वो मेरे ऊपर थी और मेरे लंड पर कूद रही थी!
अबकी बार हम पुरे नंगे थे तो एक दूसरे के बदन को अच्छे से सेहला रहे थे!
वो मेरी छाती पर हाथ फेरती और मेरे चेहरे को सहलाती!
मैंने उसकी नंगी पीठ पर हाथ फेरता और उसके मोटे बूब्स दबाता!
वो धीरे धीरे मेरे ऊपर अपने शरीर को लहरा कर मेरे लंड पर चुद रही थी!
फिर वो मेरे ऊपर लेट गयी तो मैंने उसका उल्टा करके उसे घोड़ी बना दिया, मैंने पीछे से उसकी नरम चूत में लंड डाल दिया!
उसके बूब्स पकडे और जबरदस्त चुदाई शुरू करदी, बहार इतनी ठंड होने के बावजूद भी हमे गर्मी लग रही थी!
हम बहुत खुश थे एक दूसरे के साथ और ये बहुत समय बाद हमने सेक्स किया था!
और उस ठण्ड से भरी रात हमने दो बार सेक्स किया!
दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी की बाद में यही महिला से मैंने शादी करली,
क्युकी हम दोनों एक दूसरे को समझते थे और अपने दर्द को निकाल पाए एक दूसरे की वजह से!
लेखक के द्वारा एक बढ़िया लेख पढ़ने को मिला बहुत ही बढ़िया धन्यवाद सहित