सेक्सी चाची Xxx कहानी मेरी हॉट माल चाची की है. वो टिक-टॉक पर अपनी वीडियो अपलोड करती हैं. उनको अश्लील कमेंट्स मिलते हैं. मैंने चाची को कैसे चोदा?
मेरा नाम रवि है और मैं एमपी का रहने वाला हूँ. मेरी हाईट 5 फुट 6 इंच है.
आज मैं सेक्सी चाची Xxx कहानी में आपको बताने जा रहा हूँ कि कैसे मैंने अपनी चाची की चुदाई की.
मेरी चाची की उम्र लगभग 32 साल की है. उनकी फिगर 34-28-38 की है.
दोस्तो, मेरी चाची दिखने में बहुत ही हॉट माल हैं.
जब वो अपनी गांड मटका कर चलती हैं ना … तो कसम से मैं उन्हें देखता ही रह जाता हूँ.
मेरा लंड एकदम से फुदकने लगता है और ऐसा लगता है कि सब कुछ भूल कर बस चाची के ऊपर चढ़ जाऊं.
मेरे चाचा मुंबई में रहते हैं, वो एक कंपनी में काम करते हैं.
मेरी चाची टिक-टॉक पर वीडियो बनाकर अपलोड करती रहती हैं.
उन्हें बहुत लाइक भी मिलते हैं और कमेंट तो इतने ज्यादा कि पूछो ही मत!
एक बार जब मैं उनके मोबाइल को लेकर उनकी वीडियो देख रहा था, तभी एक कमेंट आया.
उसमें लिखा था कि आप बहुत ही हॉट हो, कसम से आपके जैसी माल मिल जाए … तो क्या कहना.
मैंने उस कमेंट को पढ़कर मोबाइल रख दिया और चाची के बारे में सोचने लगा कि अगर कोई कमेंट करता है तो वो जवाब भी देती होंगी. इस तरह के कमेंट्स का जवाब चाची कैसे देती होंगी, ये तो पढ़ने लायक होगा.
कुछ देर बाद मैंने तय किया कि मैं उनके मोबाइल को और खंगालूंगा.
उसी समय मुझे चाची के आने की आहट हुई तो मैं मोबाइल रख कर टीवी देखने लगा.
फिर कुछ देर बाद मैं बाहर चला गया.
अगले दिन मैंने उनका मोबाइल लेकर देखा तो उस कमेंट के जवाब में चाची ने लिखा था कि हां क्यों नहीं. आप कोशिश तो कीजिए, मैं नहीं तो मेरी जैसी कोई न कोई आपको मिल ही जाएगी.
ये लिख कर उन्होंने चार पांच स्माइली भी भेज दी थीं.
उनके इस जवाब को पढ़कर मैंने सोचा कि क्यों ना मैं भी चाची को कुछ इसी तरह से गर्म करूं.
मैं फर्जी आईडी बना कर चाची से कुछ ऐसे ही कामुक कमेंट्स करने लगा.
फिर मैंने एक दिन चाची से पूछा- चाची आप इतने अच्छे अच्छे वीडियो डालती हो, तो कोई रिस्पोंस नहीं मिलता है क्या?
वो बोलीं- नहीं, ऐसी बात नहीं हैं. कमेंट तो बहुत लोग करते हैं, पर मैं अकेले ही सबकी तमन्ना पूरी नहीं कर सकती हूँ ना!
मैंने पूछा- क्या मतलब?
वो बोलीं- मतलब तू अभी नहीं समझेगा.
मैं बोला- चाची आप तो मेरी बेस्ट चाची हो … प्लीज बताओ ना.
यह कहते हुए मैंने उनके हाथ को पकड़ लिया.
यह देखकर चाची बोलीं- क्या बात है आज चाची पर कुछ ज़्यादा ही प्यार आ रहा है?
मैंने कहा- चाची, मैं तो आपसे बहुत प्यार करता हूँ.
यह सुनकर चाची बोलीं- क्या बोला तू!
मैं हंसकर वहां से निकल गया.
इस तरह से अब मैं चाची के साथ मस्ती करने लगा था.
चाची भी मेरे साथ कुछ ज्यादा ही खुलने लगी थीं.
एक दिन मैंने देखा कि चाची सोने छत पर जा रही थीं.
मैंने सोचा कि क्यों ना मैं भी छत पर सोने चला जाऊं.
चाची मुझे छत पर आया देखकर बोलीं- क्या हुआ … क्या तू भी छत पर सोएगा?
मैंने हां बोला.
वो बोलीं- चल सही है सो जा.
चाची मुझसे कुछ ही दूरी पर सोई हुई थीं.
रात में करीब 12.30 जब मैं उठा तो देखा कि चाची के ऊपर से उनकी साड़ी हट चुकी थी. ब्लाउज भी आधा खुला हुआ था.
ऐसा शायद गर्मी के कारण चाची ने किया होगा.
वो टांगें पसार कर सो रही थीं. साड़ी घुटनों के ऊपर चढ़ी हुई थी.
खुले आसमान में उनकी सुंदर खुली हुई चूचियां बड़ी मादक दिख रही थीं.
चाची ऐसे लग रही थीं जैसे वो किसी से चुदने के लिए एकदम रेडी हों.
मैं यह नजारा देखकर गर्म हो गया और अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था.
मैं चाची की चूचियों पर हाथ लगाने लगा. इसका उन्हें आभास हो गया और वो जाग गईं.
मुझको देखकर चाची बोलीं- अरे रवि ये क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- चाची, आप मुझे बहुत ही अच्छी लगती हो और आपके दूध मुझे बहुत ही पसंद हैं. मैं आपके इन मम्मों को पीना चाहता हूँ और इनसे खेलना चाहता हूँ.
चाची बोलीं- तू पागल है, यह सब तूने कैसे सीख लिया. तुझे यह सब नहीं करना चाहिए. अगर अब तू और कुछ करेगा तो मैं तेरी मां को बता दूँगी.
यह बात सुनकर मैंने चाची से कहा- आप जो मर्जी कह देना, लेकिन फिर आप मेरा मरा हुआ मुँह देखोगी.
यह सुनकर चाची बोलीं- तुझे क्या हो गया?
मैं- चाची मैं एक बार आपकी मदमस्त जवानी का मजा लेना चाहता हूँ. मुझे पता नहीं मैं ऐसा कैसे कह गया हूँ, मगर चाची मेरा मान करता कि आपके जिस्म में अपना जिस्म डाल दूँ और आपके बड़े बड़े मम्मों को ही पीता रहूँ.
चाची आंखें फाड़कर मेरी तरफ देख रही थीं.
मैं अपनी रौ में कहे जा रहा था- अब तो यही मेरी जिंदगी का मकसद बन गया है. चाची प्लीज आप हां कह दो ना!
चाची बोलीं- नहीं.
मैं उनकी ना सुनकर बोला- यदि यह आपका आखिरी निर्णय है तो मेरा निर्णय भी सुन लो. आज आपके भतीजे की यह आख़िरी रात है.
यह सुनकर चाची कसमसाईं और कुछ नहीं बोलीं.
अब मैं अपनी खाट पर जाकर लेट गया.
कुछ समय बाद मैंने देखा कि चाची बार बार अपने मम्मों को पकड़कर सहला रही थीं.
इसी वजह से उनके मम्मों के चूचुक तनकर खड़े हो गए थे.
मैं अपनी खाट पर से यह सब देखकर गर्म होने लगा. मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैंने चाची से कहा- चाची, अब आप यह क्या कर रही हो?
चाची बोलीं- आ जा … तुझे तो बिना आज मेरी चूत मारे नींद नहीं आने वाली है.
मैं तुरन्त ही उनके करीब आ गया और उनकी चूचियों को पकड़कर दबाने लगा.
चाची मादक सिसकारियां लेने लगीं और मैं उनकी चूचियों को मसलने में मस्त होने लगा.
ऐसे ही दस मिनट तक करने के बाद मैं एक चूची को पीने लगा.
चाची भी मस्ती से मुझे अपने दूध पिलाने लगीं.
मैंने जीभर के चाची के दोनों मम्मों का रस चूसा और उन्हें मसला.
चाची कह रही थीं- मुझे मालूम ही नहीं था कि चोदने लायक हो गया है.
मैंने कहा- हां चाची, मैं चोदने लायक जवान हो गया हूँ.
कुछ देर बाद चाची ने कहा- अपनी चाची को ऐसे ही तड़पाओगे या अपने लंड का भी दर्शन करवाओगे.
मैंने कहा- चाची आप ही मेरे लंड को खोल कर प्रसन्न कर दो.
इतना सुनकर मेरी चाची ने मेरे अंडरवियर में अपना हाथ डाला और लंड पकड़ लिया.
चाची का हाथ लगते ही मेरा लंड इस तरह से तनकर खड़ा हो गया जैसे किसी सांप को कोई ने डंडा मार दिया हो.
चाची भी वासना में भर उठी थीं. वो बोलीं- बड़ा मोटा डंडा छुपा रखा है. मुझे मालूम होता तो अब तक इस डंडे से कई बार बिल्ली मार चुकी होती.
मैंने कहा- चाची कौन सी बिल्ली की बात कर रही हो?
चाची बोलीं- हाथ भर का लंड लिए घूम रहा है और तुझे बिल्ली का पता नहीं है.
मैंने उनकी तरफ देखा, तो चाची ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चूत पर रख दिया और बोलीं- ये वाली बिल्ली की बात कर रही हूँ मेरे आशिक.
मैं हंस दिया और बोला- अरे चाची मैं तो कबसे आपकी बिल्ली की खून करने को मरा जा रहा था … आज आपकी बिल्ली की खाट खड़ी कर दूंगा.
वो बोलीं- हां जल्दी से इसका इलाज कर दे … बड़ी आग लग रही है.
अब मैं अपनी चाची को बांहों में लेकर उन्हें अपने पेट पर लेकर उनकी वासना को और ज्यादा भड़काने लगा.
चाची ने मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत में सैट किया और बोलीं- पेल दो.
मैंने लंड चूत में घुसा दिया.
लंड लेते ही चाची कराह उठीं- आह श्ह मर गई … आह दर्द हो रहा है.
मैंने उनकी चुम्मी ली और कहा- चाची क्या हुआ आप तो खेली खाई हैं … आपको कैसा दर्द हुआ?
चाची बोलीं- हां … मगर तेरे चाचा कबसे मेरे ऊपर नहीं चढ़े हैं.
मैंने कहा- अच्छा ये बात है तो मैं आगे का काम चालू करूं!
वो बोलीं- साले लंड अन्दर पेल दिया और अब कह रहा है कि आगे करूं. अब जल्दी से आगे पीछे कर.
मैंने देखा कि चाची मस्त होने लगी थीं और अपनी गांड हिला कर मेरे लंड अपनी चूत में जज्ब करने की कोशिश करने लगी थीं.
उनका मजा तो मानो सातवें आसमान पर उड़ने जैसा मजा था.
मैं उनके होंठों को चूमते हुए लंड अन्दर बाहर करते हुए और अन्दर पेलने लगा.
कुछ ही देर में पूरा लंड चाची की चूत की जड़ में घुस गया था.
मैंने अपनी चाची की धकापेल चुदाई चालू कर दी.
वो भी मेरे लंड की सवारी करने का मजा लेने लगीं.
उनकी चूचियां बड़ी मस्त हिल रही थीं.
मैं उनकी चूचियों को हलुआ बनाते हुए उबकी चुदाई का मजा लेने लगा था.
कुछ देर बाद चाची झड़ गईं.
उन्होंने मुझे रोक दिया और बोलीं- बस अब नहीं कर पाऊंगी.
ये कहती हुई चाची लंड से उतर गईं.
पर मेरे लंड का जोश अभी कायम था; मैंने कहा- चाची अब मुझे आपकी गांड मारनी है.
वो बोलीं- मार ले मेरी जान … चूत तो चोद ही ली है, अब गांड भी मार ले.
मैंने देर ना करते हुए अपनी चाची को पलटाया और उनकी गांड में उंगली करने लगा.
वो अपनी गांड में उंगली लेते ही तड़फ उठीं.
वो बोलीं- तेल लगा ले … गांड सूखी है.
मैंने लंड में तेल लगाया और उनकी गांड में तेल भर दिया.
मैं चाची की गांड में उंगली करते समय सोच रहा था कि मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि चाची की चुदाई का मेरा यह सपना इतनी आसानी से साकार हो जाएगा.
कुछ देर बाद मैंने चाची को पीछे से पेलना चालू कर दिया.
चाची की गांड खुली थी तो उन्हें ज्यादा दर्द नहीं हुआ.
मैं चाची की गांड मारता रहा और उनके मम्मों को हाथ से मसलता रहा.
इसी बीच मेरा वीर्य गिरने को आ गया और मैंने बिना बताए ही चाची की गांड में सारा का सारा माल गिरा दिया.
चाची बोलीं- ये क्या किया?
मैंने भी बोल दिया- मुझसे रहा ही नहीं गया.
वो बोलीं- चल कोई बात नहीं.
मैंने चाची से पूछा- चाची, मजा आया … मेरे चाचा इतना मजा देते थे कि नहीं?
वो बोलीं- तेरे चाचा भी मजा देते हैं, मगर तूने जो आज आज पीछे से मेरी चुदाई की है ना … सच में ऐसा मजा चाचा ने भी नहीं दिया.
फिर हम दोनों सो गए.
सुबह हुई तो चाची नहाने चली गईं.
उनको मैंने बाथरूम में देखा तो मेरा मन नहीं माना.
मैंने इधर उधर देखा, कोई नहीं दिखा तो मैं उनके पीछे से बाथरूम में आ गया और चाची को पकड़ लिया.
वो बोलीं- इधर मत करो, मेरा बेटा आ जाएगा. वो इधर ही है.
मैंने कहा- चाची, आप पानी से भीगी हुई बड़ी मस्त लग रही हो. आपकी भीगी साड़ी में लिपटा हुआ आपका यौवन मुझे पागल बना रहा है.
चाची हंसने लगीं.
मैंने वहीं चाची की ब्रा को हटा कर उनकी चूचियों को पकड़ लिया और एक को मुँह में लेकर पीने लगा.
चाची भी भरपूर साथ दे रही थीं.
मेरा लंड एकदम से अकड़ कर खड़ा हो गया.
मैंने कहा- लंड खड़ा हो गया चाची.
चाची बोलीं- तेरे लंड को आज मैं ठंडा कर दूँगी.
यह कहकर चाची ने मेरा लंड मुँह में ले लिया और मैं मस्त हो गया.
मैंने चाची से जी भर के लंड चुसवाया.
फिर मैंने चाची से कहा- चाची अब चूत के द्वार खोल दो.
चाची नंगी हो गईं और मैं उनकी चूत में लंड डालकर पेलने लगा.
बीस मिनट बाद हम दोनों की चुदाई खत्म हो गई.
ऐसे ही मेरी सेक्सी चाची Xxx चुदाई चलने लगी और आज भी कायम है.
अब जब मेरा जब भी मन होता है, मैं अपनी चाची के पास आ जाता हूँ और उन्हें पेलने में लग जाता हूँ.
चाची उस समय चाहे किचन में हों या बाथरूम में … मेरा लंड अपने लिए चाची का छेद खोज ही लेता है.
दोस्तो, यह मेरी सच्ची सेक्सी चाची Xxx कहानी है, आपको कैसी लगी. आप मुझे मेल जरूर करें.
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