हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी लोग आशा करता हूँ की आप सभी अच्छे ही हीगे। आज की यह कहानी भाभी साली और देवर की चुदाई के ऊपर हैं।
तो चलिए इस कहानी की शुरुवात करते हैं।
मेरा नाम मनीष हैं और मेरी उम्र 26 साल की हैं। मैं दिल्ली में रहता हूँ।
मैं अपने भाई और भाभी के साथ में रहता हूँ। हम तीनो घर में बाहत ही प्यार से रहते हैं।
और मरी और भाभी के भींच तो और भी गहरा प्यार हैं। मेरा भाई होटल में मैनेजर हैं। अगर भाई के होटल में पार्टी होती हैं तो वो 2 2 दिन तक घर पर नहीं अत था।
\ और अगर वैसे घर पर भी आता था तो रात में 1 या 2 बजे घर पर पंहुचा था। तो उस समय तक मैं और बहभी साथ में ही रहते थे।
हम दोनों के बीच काफी अच्छे से बाते होती थी और हम आपस में काफी घुल मिल रखे थे।
कुछ दिन में भाभी ने अपनी बहन को कुछ दिन रहने के लिए घर पर बुला लिया था।
मैं भाभी की बहन को लेने के लिए स्टेशन पर गया। मुझे भाभी की बहन पहके से ही पसंद थी।
और बात तो मैं भाई के शादी के बाद से ही कर रहा था। हम दोनों के बीच बात सेक्स तक हो राखी थी। बस वो दूर होने की वजह से हम मिल नहीं पाते थे।
भाभी ने ही हमें माइन का अवसर प्रदान कर दिया। भाभी की बहन घर में करीब महीने भर के लिए आई थी।
तो हमारे पास पुरे महीने का समय था। पहले 2 3 दिन उनकी बहन आपस में बात करने में निकल गए थे।
हम साथ में खाना खाने के बाद छत पर टहलने के लिए निकलते थे। भाभी की बहन और मैं आपस में एक कोने में बाते किया करते थे।
कई बार भाभी हमें बिच बिच में आकर हमें टोकती भी थी। की तुम दोनों के बिच क्या खिचड़ी पाक रही हैं।
तो मैं भाभी को कहता था की ये हम दोनो के बीच की बाते हैं आप क्या ही करोगे सुनकर।
तो भाभी ने कहा की ठीक हैं आज हम दोनों। कल तक मेरी बहन यहाँ नहीं थी तो तुम भाभी के पलु से बहार नहीं निकलते थे।
मैंने तो आपको भाभी की बन्धन का नाम अभी तक बताया नहीं इसके लिए मुझे माफ़ करे।
भाभी की बहन का नाम कोमल हैं। कोमल दिखने में बहुत ही खूबसूरत और गोरी चिटी लड़की हैं।
उसका फिगर 36 -28 -36 हैं। कोमल के चुके गुल और उसके निपल हुलाबी हैं।
मन करता हैं की उसे चूसते ही राहु। और रही भाभी की बात तो कोमल से पहले भाभी हैं।
वो कोमल से भी एक कदम आगे हैं। भाभी का भी फिगर एकदम कातिल हैं।
मैं तो अपने भाई की किस्मत बहुत ही अच्छी मानता हूँ की उसे इतनी अच्छी लड़की मिली हैं।
मैं तो भाभी को छेड़ता ही रहता था। एक दिन मैं रात के समय कोमल को मैसेज करके अपने रूम में आने को कहा।
भाभी कोमल के साथ में ही बैठी हुई थी भाभी ने मेरा मैसेज पढ़ लिया था पर कोई रिएक्शन नहीं किया।
थोड़ी देर बाद जब कोमल ने मेरा मैसेज देखा तो भाभी को कहा की अब सो जाते हैं।
भाभी समझ चुकी थी की कुछ न कुछ तो आज ये करेंगे। भाभी ने भी सोने के एक्टिंग करने लगी।
कुछ देर बाद जब कोमल उठकर मेरे कमरे में आई तो। भाभी भी उठ गए थी। बहभी कुछ देर अपने कमरे में ही लेटी रही।
10 मिनट के बाद भाभी जब मेरे कमरे में देखने के लिए आई तो भाभी ने मुझे और कोमल को किस करते हुए देख लिया था।
भाभी बाहर खड़े हमें देख रही थी। वो इंतजार कर रही थी की हम शुरू हो और वो बिच में हमें बिच में आकर टोके।
मैंने भाभी को कमरे के बाहर खड़े देख लिया थे पर मैंने देख के भी अनदेखा कर दिया। कोमल ने किश करते करते मेरे कपड़े उतारना चालू कर दिए।
मुझसे भी कहा रुका जा रहा था। मैंने भी फटाफट कोमल के कपडे उतारे और उसे चूमने लगा। हम दोनों जब बिस्तर पर पुरे लगे लेटे हुए एकदूसरे के चिपके हुए थे।
भाभी इतनी देर से इसी का इन्तजार कर रही थी। भाभी अनादर आई और चिलाते हुए बोली ये क्या कर रहे हो तुम दोनों। कोमल तो दर गई थी लेकिन मैं नहीं डरा।
मैंने देखा की जब हम दोनों किश कर रहे थे तो भाभी भी कमरे के बहार खड़े होकर देखते हुए अपनी चूत को सहला रही थी। मैं खड़ा हुआ और भाभी को किश कर दी।
अब भाभी से तो चाहती थी की हमारे साथ में मजे करे। भाभी भी मुझे किश करने लगी। कोमल हम दोनों के देख हैरान बैठी हुई थी।
मैंने भाभी के कपडे उतारे और बिस्तर पर कोमल के साथ बिठा दिया। मैंने कोमल को निचे उतरा भाभी को किस करने लगा।
कोमल ने मेरे लंड को चूसने लगी ऊपर से भाभी चूस रही थी और निचे साली ऐसा नसीब किसी किसी का ही होता हैं। मुझे बहुत मजा आ रहा था।
थोड़ी देर चूसते हुए मैंने कोमल के मुँह में ही अपना वीर्य झाड़ दिया था। मैं लंड धोकर आया। तो भाभी और कोमल दोनों मेरे इन्तजार में बैठे हुए थे।
दोनों को नंगा देख मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। मैंने पहके भाभी को लिटाया और भाभी के ऊपर कोमल को घोड़ी बनाया।
पहले भाभी की चूत को चिकना किया और भाभी की चूत में अपना लंड घुसा दिया। भाभी की चूत टाइट थी।
भाभी और कोमल एक दूसरे को किस कर रहे थे और मैं भाभी और कभी कोमल की चूत में अपना लंड घुसा रहा था।
जैसे ही मैंने कोमल की चूत में अपने लंड दिया तो वो चीख पड़ी। उसके दर्द तो हो रहा था पर मजा भी उतना ही आ रहा था।
मेरा कड़क लैंड भाभी और कोमल की चूत के अंदर बहार अंदर बहार कर रहा था।
मैंने कोमल को भाभी के ऊपर से हटाया और फिर मैं भाभी के ऊपर लेट कर उनकी चूत मारने लगा कुछ देर भाभी के ऊपर लेट के लागढ़ खाने के बाद मैंने कोमल को भी साथ में घोड़ी बनाया।
मैंने कोमल के ऊपर भाभी को घोड़ी बनाया। फिर मैं कभी भाभी की गांड के छेद में लंड देता और कभी कोमल को गांड में देता।
मुझे बहुत मजा आ रहा था कुछ देर ऐसी मारने के बाद। मैंने भाभी को खड़ा किया और कोमल को बिस्तर पर लिटाया।
मैंने कोमल की टांगों को अपने कंधे पर रखे और घप से उसकी चूत में लंड घुसाया। मैंने टाँगे निचे करि कोमल को उल्टा लिटा उसके ऊपर चढ़ गया।
उसे दोनों चूतड़ों पर हाथ रख उसकी चूत को खोला। कुछ देर मैंने कोमल की चूत में ऊँगली की और फिर थूक कर चिकना किया और लंड घुसा कर चोदने लगा।
भाभी भी बिस्तर पर छड़ी और कोमल के मुँह के आगे अपनी चूत कर चटवाने लगी कोमल आगे से भाभी की चूत चाट रही थी और पीछे मैं कोमल की चूत फाड़ने में लगा हुआ था।
हम तीनो बहुत मजे कर रहे थे। इतने मजे तो भाभी ने कभी भइया के साथ भी नहीं किये जितने हम दोनों के साथ किये।
अब मैं थक गया था तो मैं बिस्तर पर सीधा लेट गया और मेरा लंड अभी तक नहीं थका था।
पहले भाभी ने मेरे लंड की सवारी की ऊपर नीस ऊपर निचे वह क्या मजा आ रहा था उसके बाद कोमल की बारी आई अब कुछ देर कोमल भी लंड के मजे लेने लगी।
मेरा भी निकलने को हो रहा था। मैंने भाभी और कोमल को निचे घुटनो के बल बिठाया और एक एक करके दोनों को लंड चुवाया।
जैसे ही मेरा वीर्य निकलने वाला ही था मैंने भाभी और कोमल के मुँह में के ऊपर अपना पूरा वीर्य निकाल दिया। तो दोस्तों यह थी भाभी साली और देवर की सेक्सी कहानी।
आशा करता हूँ की आपको यह कहानी जरूर पसंद आए। यदि आप अपनी कहानी हमें भेजना चाहते हैं तो आप आसानी से अपनी कहानी हमें भेज सकते हैं।