इस कहानी को समझने के लिए पिछले भाग जरूर पढ़े!
मैंने सोचा अच्छा तरीका है तो मैंने रात भर उसकी बीमारी के बारे में थोड़ा जांचपड़ताल की!
आखिर में मैंने देखा की जो अंग्रेजी दवाई वो खा रही थी वो असरदार नहीं थी!
इसमें होम्योपैथिक दवाई असरदार हैं ऐसा ज़्यदातर लोगो ने कहा!
मैंने अपने पुराने दोस्त से जो की होम्योपैथिक डॉक्टर हैं उससे मदद मांगी तो उसने रिपोर्ट्स मांगी सारी!
सो मैंने डिंपल से सब रिपोर्ट लेली उसे दिखाया और फिर उसने कुछ दवाई लिख कर दी!
एक हफ्ते की और एक घरेलु नुस्खा भी बता दिया जो की एक लेप था!
मैंने वो सब डिंपल को जाकर बता दिया और दवाई देदी!
उस रात उसने लेप लगाया और सुबह उसका फ़ोन मेरे पास आया 4 मिसकॉल!
सुबह के 5 बजे वो भी , तो मैंने 5 : 30 जब मेरी नींद खुली तब उसे कॉल किया!
वो चिल्लाकर बोली थैंक यू सो मच!
मैंने पूछा क्या हुआ उसने कहा दर्द गायब हो गया!
मैंने कहा लेप असर कर गया ?
उसने कहा हां बस अब ये घाव भर जाए फिर सब ठीक हो जायेगा!
फिर मैंने कहा अच्छा तो शायद तुम कुछ भूल रहे हो ?
वो थोड़ी देर चुप हो गयी फिर उसने कहा मुझे याद हैं अपना वादा!
उसने कहा ठीक हो जाने दो फिर मिलते हैं!
मैं ख़ुशी से पागल हो गया मैंने कहा ठीक हैं!
फिर जैसे तैसे एक हफ्ता बीत गया और उसका घाव बिलकुल ठीक हो गया!
हम मिले मेरे घर पर कोई नहीं था थोड़ा बहुत फुल से सजाया हुआ था कमरा मैंने!
वो आयी कमरे की सजावट देखकर खुश हो गयी उसनी पिली ड्रेस पहनी थी!
जो की मैंने कहा था पीला मुझे पसंद हैं!
हम दोनों ने थोड़ा खाया और मूड के लिए थोड़ी व्हिस्की पिली!
फिर कमरे में शांति हल्का सा मैंने उसके हाथ पर हाथ रखा!
हल्का सा उसने , फिर धीरे धीरे मैं उसकी तरफ बढ़ा उसने आँखे बंद करली!
मैंने उसके होंठ चुम डाले, हम दोनों थोड़े घबराये हुए थे!
इसीलिए किस करते समय दोनों के हाथ निचे थे!
लेकिन जब मूड बन गया हिम्मत करके मैंने उसके बूब्स पर हाथ लगाया और उन्हें दबाने लगा!
डिंपल ने मेरे हाथ पर हाथ रखा हुआ था!
फिर धीरे से मैंने डिंपल का सिंगल ड्रेस जो घुटनो तक थी उसे उतार दिया!
अहह क्या सीन था उसने अंदर भी पीली ब्रा और पीली कच्छी पहनी हुई थी!
देख कर सुकून मिला और लंड खड़ा हो गया!
मैंने उसकी गर्दन पर चूमा और धीरे धीरे उसके बूब्स पर चूमने लगा!
मैंने उसे खड़ा किया उल्टा घुमाया और उसकी कमर को चूमा और उसकी ब्रा का हुक खोल दिया!
और उसकी नंगी पीठ चूमने लगा और धीरे धीरे उसकी गांड तक आ गया और उसे भी चूमा!
मैंने उसकी पैंटी उसकी मस्त जांघो से सरकते हुए निकाल दी!
अब वो पूरी नंगी थी उसकी आंखे निचे थी , मैंने उसकी थोडी ऊपर करी और उसे चूमने लगा!
उसके होंठ बड़े मस्त थे और फिर उसने अपने बूब्स से हाथ हटा दिया!
मैंने उसकी निप्पल चूमे और उसके बूब्स दबाने लगा!
वो धीरे धीरे मुँह के अंदर ही आवाज निकाल रही आह ससससस ऐसे!
मैंने उसे लिटा दिया और उसके शरीर को चूमने लगा मेरा मन था चूत चाटने का लेकिन पहली बार था हमारे बिच और मुझे उसका पता नहीं उसे ये सब अच्छा लगेगा या नहीं!
मैंने उसकी नाभि चूमि उसकी बाद उसकी टाँगे खोली और धीरे से अपना लंड अंदर घुसा दिया!
उसने आंखे बंद की हल्का सा दर्द वाला और फिर बेहतरीन चुदाई शुरू हो गयी!
झटके मारते मारते जो उसके बूब्स हिल रहे थे और उसका चेहरा ओहो आजतक नहीं भूल पाया करीब 15 मिनट मस्त चुदाई के बाद मेरा झड़ गया!
उस दिन हमने दो बार सेक्स किया और फिर उस दिन के बाद से सब बदल गया!
उसने सिर्फ एक बारी के लिए कहा था लेकिन एक हफ्ते बाद उसने फिर मुझे बुला लिया और चुदाई करी!
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी उम्मीद हैं आपको पसंद आयी होगी!
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