नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सभी लोग। मेरा नाम सुमन है और मैं 23 साल की हूँ।
मेरा फिगर 36 28 36 हैं। मैं दिल्ली में रहती हूँ।
यह कहानी दोस्त के साथ सेक्स मेरे दोस्त की हैं जिसका नाम रोहन हैं रोहन के बड़े लंड से चूदने में मुझे बड़ा मजा आया ।
यह बात मेरे स्कूल के समय की हैं। मैं रोहन को स्कूल समय से पसंद करती थी पर मैं उसे कभी पूल नहीं पाती थी।
वो पढ़ने में होसियार भी था और हमारी ही क्लास के बचो को टूशन भी पढ़ता था।
और दिखने में बहुत ही खूबसूरत था। हम 12वी क्लास में थे जब मेने रोहन को पूछा की क्या तुम मुझे टूशन पढ़ा सकते हो।
तो रोहन ने कहा है क्यों नहीं तुम इन सब के साथ मेरे घर पे आ जाना।
तो मैं रोहन से कहा नहीं मुझे अलग से समझना हैं और सही से भी तो रोहन ने थोड़ा सोचा और बोला ठीक हैं।
पर मैं तुम्हे कल टाइम बता दूंगा की किस समय आना हैं। फिर रोहन ने मेरा नंबर लिया और अगले दिन कॉल करके कहा की तू शाम को 6 बजे मेरे घर आ जाना या मैं तुम्हारे घर पर आ जाऊंगा जैसा भी तुम्हे सही लगे।
तो मैंने रोहन से कहा कि 3 दिन तुम्हारे घर और 3 दिन हमारे घर पर ठीक है तो रोहन ने इसके लिए भी हाँ हर दी थी।
अगले दिन से मैं रोहन के पास ठीक समय से पढ़ने जाने लगी थी। कुछ दिन हम शांति से पढ़ रहे थे।
हम दोनों के बिच अब बातचीत भी सही से होने लगी थी। हम दोनों आपस में हसी मजाक भी करने लगे थे।
कुछ समय पहले तो मैं रोहन से बात करने में भी घबराती थी और अब हम ऐसे बाते करने लगे थे जैसे हम बचपन से ही दोस्त हो।
एक दिन की बात हैं मैं रोहन के घर स्कर्ट पहन के गई तो रोहित की आँखे मुझे देख के फटी की फटी रह गई।
उसकी नजर मुझसे हट ही नहीं रही थी। वो बार बार मुझे छेड़ने की कोशिश कर रहा था ।
मैं तो पहले से ही रोहित के साथ में मजे करना चाहती थी। रोहित ने अपना पैन नीचे गिराया और उठाने के बहाने मेरी स्कॉट के अंदर झाँकने की कोशिश कर रहा था और देख रहा था की मैंने अपनी कछी पहनी भी हैं या नहीं।
मैं तो उस दिन घर से पुरे मूड में आई थी की आज तो रोहित के साथ कुछ न कुछ तो करके ही रहना हैं।
रोहन ने जब नीचे देखा तो उसे दिखा कि मैं अपनी कच्छी भी नहीं पहन के आई।
वो उठा तो उसने खस्ने की एक्टिंग की और इसारे करने लगा।
मैंने सीधा बोला क्या हुआ रोहन तुम कुछ कहना चाहते हो क्या। तो रोहन ने कहा कि अरे आज तुम पुरे कपडे पहना भूल गई क्या।
तो मैंने कहा की नहीं तो मैं पूरे पहन के आई हूँ। तो रोहन ने कहा कि जरा नीचे देखो की तुम क्या भूल गई।
मैं तो जानती थी क्यों की मैं जानबूझकर नहीं पहन के आई थी। मैं रोहन के सामने शरमाई और अपनी नजरें झुका ली।
मैं कड़ी हुई और रोहन के सामने जाके कड़ी हो गई और उसके हाथ को पकड़ के अपनी स्कर्ट के अंदर खुसा दिया।
रोहन एकदम से चोक गया। मैंने रोहन को कहा की मई तुम्हारे साथ कबसे सेक्स करने के लये तड़प रही हूँ।
मैं जानबूझ के आज कच्छी पहन के नहीं आई। रोहन ने अपना हाथ बहार निकला और खड़ा हो गया।
मुझे लगा की रोहन अभी मेरे थपड मारेगा लेकिन जैसे ही वो खड़ा हुआ उसने मुझे किश की।
वो मेरे होठो को करीब 5 मिंट तक चूमते रहा। रोहन भी चूत का प्यासा हो रखा था वो भी अपने हाथ से काम चला रहा था।
मैंने रोहन की हवस को हवा दी तो रोहन भी काबू में नहीं रह पाया।
उसने अपना कमा लॉक किया और मेरे कपडे उतरने लगा।
मैं तो पहले से ही कुछ नहीं पहन के आई थी तो उससे उतरने में सेकेंड भी नहीं लगा।
उसने मेरे चुचो को चूसना शुरू किया। रोहन तो इतना प्यासा बैठा था की क्या ही बताऊ।
उसने मुझे अपने बिस्तर पर लिटाया और मेरे ऊपर चढ़ गया।
आगे जाने के लिए इस दोस्त के लैंड से जबरदस्त चुदाई भाग 2 जरूर पढ़े ।