लेखक- सीमा सिंह
इस तरह से वर्षा को चोदने के दस मिनट बाद जैक ने अपना लंड वर्षा की चूत से बाहर निकाल लिया।
लंड के बाहर आते ही वर्षा को कुछ राहत मिली लेकिन उसकी चूत में अभी भी बहुत दर्द हो रहा था फिर जैक ने उसको करवट के बल लिटा दिया और उसकी नीचे जांघों के दोनों तरफ तकिए लगा दिए।
और फिर जैक भी करवट केवल लेट गया और उसकी टांगों को फैलाकर अपने पैरों को उसकी जांघों के बीच में डाल दिया और आधा लंड उसकी चूत में डाल दिया फिर उसके करीब आ गया।
इस वक्त जैक के चूतड़ों और जांघों का भार वर्षा की जांघों के दोनों ओर लगे तकियों पर था जैक वर्षा के होठों को किस किए जा रहा था।
और उसकी कमर को एक ऊपर से हाथ डालकर और एक नीचे से हाथ डालकर और हाथों को पीछे से बांधकर अपनी कमर को हिला हिला कर उसने चूत में झटके लगाने शुरू कर दिए।
इस बार के झटके इससे पहले वाली चूदाई से कुछ तेज थे वर्षा को काफी दर्द महसूस हो रहा था पर जैक के होठों में उसके होंठ दवे हुए थे और उसकी जबान वर्षा के मुंह के अंदर थी।
और वह उसकी लार को अंदर सक किए जा रहा था जिसकी वजह से वर्षा चिला नहीं पा रही थी पर मुंह के बगल से गु गु हूं हूं गू गू हां हां की आवाज़ निकल रही थी।
जैक अपनी कमर हिला हिला कर वर्षा की चूत में तेज झटके मार रहा था वह तो जैक ने पीछे से हाथ बांधकर उसके चूतड़ों को थाम रखा था वरना वर्षा अब तक अपनी पोजीशन छोड़ चुकी होती।
वर्षा को भी कुछ-कुछ मजा आ रहा था पर वो डर रही थी और उसकी बॉडी हल्का सा इसका विरोध भी कर रही थी जेनिफर ने इस चीज को भाप लिया।
इसीलिए जेनिफर फिर से बोली जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी जैसे ही यह नाम उसके कानों में पड़ा वर्षा ने भी जैक के सर को पकड़ लिया।
और किस में उसका साथ देने लगी वह भी अपनी जीभ उसके मुंह में डालकर उसके द्वारा इकट्ठा किया हुआ थूक जैक के मुंह में भरने लगी जैक को भी इस समय मजा आ रहा था।
थोड़ी देर बाद जैक ने अपने हाथों के बंधन को छोड़ दिया क्योंकि वर्षा अब उसका विरोध नहीं कर रही थी वह उसके चूतड़ों को मसलते हुए अपनी कमर को हिला हिला कर वर्षा की चूदाई किए जा रहा था।
वर्षा अब तक काफी थक चुकी थी उसे अपनी चूत में दर्द महसूस हो रहा था उसके पति ने आज तक इतना भी उसे नहीं चोदा था जितनी देर जैक उसे चोद चुका था।
उसके बाद जैक में वर्षा की चूत से लंड को बाहर निकाला और फिर उसे दूसरी पोजीशन में चोदने लगा इस चूदाई में एक बार फिर वर्षा झिझकी तो जेनिफर ने उसे फिर से जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी कहकर श्रमदान याद दिलाया।
इसके बाद जैक ने वर्षा को एक और पोजीशन में चोदा अब उसका लंड सख्त होने लगा था जैक अब झड़ने के करीब आ गया था सो झट से बैठ के नीचे खड़ा हो गया ।
और वर्षा को नीचे घुटनों के बल बैठने को कहा, इस पोजीशन को देखकर वर्षा समझ गई कि वह उसके मुंह में झड़ने का इशारा कर रहा है वह थोड़ा सा पीछे की ओर हो गई वह हल्का सा पीछे ही हुई थी।
कि जेनिफर ने फिर से जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी बोल दिया यह सुनकर वर्षा ने पीछे होना छोड़ दिया और आगे जाकर उसके लंड को फिर से चूसने लगी।
जैसे ही जैक के लंड की नस तन्नाई उसने अपना लंड का सुपाड़ा वर्षा के मुंह में ठूस दिया और एक तेज चीख अपने मुंह से निकलते हुए वह वर्षा के मुंह में झड़ने लगा।
वर्षा उसका सारा वीर्य पी गई, और लंड को चाट कर साफ कर दिया जैक वहां से बाथरूम में चला गया और वर्षा धम से बिस्तर पर लेट गई उसका शरीर पूरा पसीने से तरबतर हो गया था।
ऐसा लग रहा था कि वह अभी-अभी आग की भट्टी के पास से आई है, जैक के बाथरूम से बाहर आने के बाद वर्षा बाथरूम में चली गई बाथरूम में जाकर उसने देखा उसके बूब्स पूरे लाल हो चुके थे।
कई जगह काटने के निशान साफ-साफ दिखाई दे रहे थे उसकी चूत में बहुत दर्द हो रहा था, पेशाब करने के बाद उसने मुंह धोया और फिर से पलंग पर आकर लेट गई।
बीस मिनट के बाद जैक उसके पास आ गया और वह उससे बातें करने लगा और कुछ ही देर बाद जैक के दोनों हाथ वर्षा के बदन पर घूम रहे थे और वर्षा का भी एक हाथ जैक के बालों और पीठ पर चल रहा था।
और वो दूसरे हाथ की उंगलियों को जैक के लंड पर चला रही थी, कुछ देर इसी तरह करने के बाद जैक ने अपना मुंह हल्का सा नीचे किया और एक हाथ से उसके बूब्स को मसलकर उसे पीने लगा।
और दूसरे हाथ से वर्षा के दूसरे बूब्स के साइड के चूतड़ को मसलने लगा उसे अच्छी तरह चूसने के बाद उसने दूसरे वाले बूब्स को मसलना शुरू कर दिया और उसे चूसना शुरू कर दिया और पहले की ही तरह उसके साइड वाले बूब्स के चूतड़ पर अपना दूसरा हाथ रखकर उसे सहलाने लगा।
यह क्रिया जैक बार-बार कर रहा था, दस मिनट के बाद जैक में वर्षा को घोड़ी बनाया पर उसकी एक टांग को सीधा कर दिया जिससे वह एक अच्छी पोजीशन में आकर झटका मार सके।
और नीचे झुक कर वह अपने एक हाथ से उसके दोनों बूब्स को बारी-बारी से मसल सके वर्षा ने भी उसका पूरा साथ दिया जैसा-जैसा जैक करता गया वह वैसी ही वैसी होती गई ।
अब जैक ताबड़ तोड़ झटकों के साथ वर्षा की चूत को चोद रहा था और साथ में एक हाथ जमीन पर टिका कर दूसरे हाथ से उसके दोनों बूब्स को बारी-बारी से मसल रहा था।
जैक झटका इतनी तेज मार रहा था कि उसकी जांघ जब वर्षा के चूतड़ों से टकराती तो थप थप थप थप थप थप थप की आवाज से पूरा कमरा शराबोर हो जाता।
वर्षा के मुंह से लगातार चीख निकल रही थी उउउउह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह उउउउह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह ।
और वह अपने मन में जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी बोलकर पूरे मन से श्रमदान में लगी हुई थी, जैक ने इस बार उसे काफी देर तक चोदा और सारा वीर्य उसकी चूत में छोड़ दिया।
पसीने से तर होकर दोनों एक दूसरे से चिपक कर लेटे रहे, दोनों ही काफी थक गए थे, वर्षा की यह जिंदगी की इतनी भयानक चूदाई पहली बार हुई थी।
मगर इस चूदाई की तुलना अगर चंचल की चूदाई से की जाए तो चंचल की चूदाई थोड़ी सी अधिक हुई थी, पर जैक ने चंचल की तुलना में वर्षा के स्तन अधिक चूसे थे ।
15 मिनट के बाद वर्षा जाने के लिए तैयार थी, जैक ने वर्षा को ₹100000 दिए, वर्षा ₹100000 लेकर जेनिफर के साथ फिर से आश्रम में आ गई इस बार भी आश्रम में वही डॉक्टर दूसरे कमरे में उसका इंतजार कर रही थी।
उसने पहले की ही तरह वर्षा का भी इलाज किया और उसने देखा की वर्षा के बूब्स पर काटने की कुछ ज्यादा निशान है तो उसने एक क्रीम उसके बूब्स पर लगा दी।
जिससे वर्षा को अपने बूब्स पर बहुत ही जलन महसूस हुई, तभी डॉक्टर बोली इससे एक दो दिन में ही सब कुछ पहले की तरह हो जायेगा और अगले दिन वर्षा बिल्कुल ठीक हो गई।
वर्षा के आश्रम से जाने के बाद 18 जुलाई 2020 की शाम को प्रताप सिंह की बड़ी बेटी प्रीति आश्रम में आई, प्रीति देखने में किसी क्वीन से कम नहीं लगती थी।
प्रीति अपनी छोटी बहन निकिता से एक साल बड़ी थी, वो गोरी थी, उसकी हाइट 5 फीट 2 इंच, वजन 45 कि लो, ब्रेस्ट साइज 31 इंच, वेस्ट साइज 24 इंच, हिप्स साइज 30 इंच था।
आश्रम में पहुंचकर प्रीति जयंती से मिली जयंती ने पहले की ही तरह उसे भी बता दिया कि उसे क्या-क्या करना है प्रीति ने भी अपना सर हां में हिला दिया।
हुआ भी वैसा ही 8:30 बजे प्रीति जेनिफर के साथ जंगल वाली बिल्डिंग में चली गई वहां पर जेनिफर ने उसे नंगा किया और उसके शरीर की जांच करने लगी।
उसने देखा प्रीति पूरी तरह से तैयार थी, प्रीति चंचल और वर्षा की तुलना में कहीं ज्यादा जेनिफर की बात मानती थी क्योंकि कम उम्र की औरतों का ब्रेन वॉश करना।
बहुत आसान होता है खासकर उन लड़कियों का जो अभी-अभी जवान हुई हो जबकि जिन लड़कियों की शादी हो जाती है उन्हें समझाना पड़ता है कहने का मतलब है कि ।
शादीशुदा लड़कियां अपना अच्छा भला सोच सकती हैं और जो उन्हें गलत लगता है उसे रोक भी देती है पर कम उम्र की जवान लड़कियां जिन्हें सेक्स के बारे में केवल किताबी और वीडियो का ही ज्ञान होता है।
इन सब का ब्रेन वॉश करना बहुत ही आसान होता है क्योंकि वह कभी किसी के संपर्क में आई नहीं होती तो उन्हें पता ही नहीं होता की मर्द का स्पर्श क्या होता है।
वह उस स्पर्श को पाने की उत्तेजना में और अपने शरीर की गर्मी को शांत करने की उत्तेजना में (चूत के ज्वालामुखी को लंड के वीर्य से शांत करना), सही और गलत में अंतर करना भूल जाती है।
और जो सामनेवाला कहता उसे ही सच मान लेती है और वैसा ही करती है और प्रीति का ब्रेनवाश तो पहले ही हो चुका था तो वह जेनिफर की हर बात को मान रही थी।
जेनिफर ने प्रीति के लिए एक ड्रेस सोच रखी थी क्योंकि चंचल के नितंब बड़े थे और वर्षा के स्तन काफी बड़े थे पर प्रीति में ऐसी कोई बात नहीं थी।
प्रीति का चेहरा बहुत ही आकर्षित था, उसके चेहरे की बनावट से ही वह किसी को भी अपनी ओर आकर्षित कर सकती थी और उसकी स्माइल पर तो कोई भी अपनी जान निकाल सकता था।
जान निकाल सकता था इसका मतलब तारीफ में यह है कि कोई भी आदमी अपने हाथ के खंजर से अपनी छाती से दिल निकाल कर उसके चरणों में बिछा सकता था।
जेनिफर ने प्रीति को ब्लू कलर की ब्रा और पैंटी पहनने को दी, प्रीति ने जेनिफर के हाथ से ब्रा और पैंटी लेकर पहन ली और अपने आप को शीशे में देखने लगी।
जेनिफर ने देखा की चंचल और वर्षा की तुलना मैं प्रीति का शरीर स्लिम फिट था, उसके बाद जेनिफर ने प्रीति को एक स्लिम फिट ड्रेस पहनाई जो उसके घुटनों तक आ रही थी।
और जो उसके ऊपर के पूरे हिस्से को भी कवर कर रही थी, यह ड्रेस प्रीति के शरीर पर काफी कसी हुई थी जिसके कारण प्रीति के शरीर का पूरा फिगर साफ-साफ दिख रहा था।
आप कह सकते हैं कि यह ड्रेस उसके शरीर से बिल्कुल चिपक गई थी शरीर के सारे उभार दिख रहे थे प्रीति के बूब्स के निपल्स के उभार भी उसे ड्रेस में साफ-साफ दिखाई दे रहे थे।
ड्रेस पहनने के बाद जेनिफर प्रीति को लेकर उस फार्म हाउस पर पहुंच गई उस फार्म हाउस पर पहले की ही तरह जैक उसका इंतजार कर रहा था पहले की ही तरह प्रीति को भी जेनिफर ने सब कुछ समझा दिया।
आप मेरे साथ बने रहिए और इस बदला कहानी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं.