बदला पार्ट 12

लेखक- सीमा सिंह

ड्रेस पहनने के बाद जेनिफर प्रीति को लेकर उस फार्म हाउस पर पहुंच गई उस फार्म हाउस पर पहले की ही तरह जैक उसका इंतजार कर रहा था पहले की ही तरह प्रीति को भी जेनिफर ने सब कुछ समझा दिया।

पहले की ही तरह सब कुछ हुआ बस एक बात कुछ अलग हुई चंचल और वर्षा की तरह प्रीति पीछे की तरफ नहीं हुई बल्कि वह अपनी जगह खड़ी रही उसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था की जैक कैसा दिखता है।

उसने बड़ी उत्सुकता से जैक से हाथ मिलाया उससे हैलो किया फिर वह तीनों बैठकर सोफे पर बातें करने लगे बातें करते-करते जैक ने प्रीति से पूछा की क्या तुमने कभी किसी के साथ संभोग किया है या किसी तरह के रिलेशनशिप में रही हो।

तो प्रीति बोली मैं अभी तक कुंवारी हूं, पर लॉकडाउन से पहले मैंने अपने मंगेतर के साथ अकेले में दो घंटे बिताए थे, हमने किस किया, और नंगे होकर एक दूसरे की बॉडी से खेले।

उसने मेरी चूत को चाटा था और मैंने उसका लंड चूसा था, हम दोनों ने यह सब बस एक बार ही किया था, जैक बोला अपने मंगेतर के बारे में बताओ।

तो प्रीति बोली पापा ने मेरी और निकिता की सगाई उनके सबसे अच्छे दोस्त प्रकाश के दोनों बेटों के साथ कर दी है, जैसे ही निकिता की एज 21 हो जाएगी।

हम दोनों की शादी उन दोनों से कर दी जाएगी, प्रकाश का नाम सुन कर जेनिफर के चेहरे पर एक गुस्सा सा आ गया, प्रकाश तो प्रताप से भी ज्यादा बेकार था।

प्रताप ने अपनी बेटी की सगाई के लिए प्रकाश को राजी करने के लिए जेनिफर को उसे गिफ्ट में दिया था, प्रकाश ने तो जेनिफर के साथ इतना कुछ किया था ।

जिसके कारण ही उसने इन काले सूडान के आदमियों को चूदाई के लिए चुना था, तभी जेनिफर अपने ख्यालों से बाहर आई उसने देखा जैक ने अपनी एक हाथ से जेनिफर की थोड़ी को पकड़ रखा था।

और अपने होठों को उसके होठों पर ले जा रहा था, प्रीति भी अपनी आंखें बंद किए हुए उसके होठों को अपने होठों पर रखने का इंतजार कर रही थी।

और क्षण भर में दोनों के होंठ एक दूसरे के  होठों पर आ गए और दोनों एक दूसरे को चुंबन करने लगे, प्रीति यह सब करने में बिल्कुल भी झिझक नहीं रही थी।

वो अपने मन में जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी बोल रही थी जेनिफर को भी उसे जय शकुंतला देवी बोलकर याद नहीं दिलाना पड़ रहा था।

वह दोनों एक दूसरे को किस किए जा रहे थे दोनों के होठ आपस में मिले हुए थे कुछ देर के बाद जब दोनों की सांसें भर गई तब उन दोनों ने एक दूसरे को छोड़ा और लंबी-लंबी सांसे लेने लगे।

इस तरह के चुंबन से प्रीति काफी गर्म हो चुकी थी यह लाइफ में दूसरी बार था जब वह किसी मर्द को चूम रही थी उसके अंदर की उत्तेजना काफी ज्यादा बढ़ चुकी थी।

क्योंकि जब उसके मंगेतर अजय ने उसे चुमा था और उसकी बूब्स मसले थे और निपल्स चूसे थे और उसकी चूत को चाट कर उसे झड़ाया था तो उसे एक अद्भुत आनंद की प्राप्ति हुई थी।

प्रीति इस आनंद को द्वारा पाना चाहती थी इसीलिए वह जल्दी से खड़ी हुई और अपनी ड्रेस को अपने हाथ से निकाल दिया जैक भी खड़ा हुआ और अपने सारे कपड़े निकाल कर अंडरवियर में उसके सामने खड़ा हो गया ।

उसने प्रीति को अपनी गोद में उठाया और उसे किस करते हुए बेड पर लेटा दिया और उसके गर्दन और गाल कंधे आदि को चूमने लगा और साथ में अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स को भी मसल रहा था।

प्रीति भी काम उत्तेजना में जैक की पीठ और बालों में अपनी उंगलियों को फिरा रही थी उसे यह सब कुछ अजीब सा लग रहा था पर उसे मजा भी आ रहा था।

जब उसके मन में लगता कि वह यह सब गलत कर रही है तो वह अपने मन में जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी बोल देती और अपने मन को समझा देती कि उसे यह श्रमदान करना है।

उसके बाद जैक में उसकी ब्रा को निकाल दिया और उसके छोटे-छोटे स्तनों को चूमने और मसलने लगा फिर उसके दोनों निपल्स को बारी-बारी से चूमने लगा उसे बहुत मजा आ रहा था।

प्रीति के मुंह से सिसकारियां निकल रही थी उउउउह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह पर जैक उसके बूब्स को मसले जा रहा था और अपनी जीभ निकाल के प्रीति के उरेजों को चाट रहा था।

और प्रीति के दोनों निपल्स को भी साथ में बीच बीच में चूस रहा था, कुछ देर चुसाई के बाद जैक नीचे की तरफ आया उसका सपाट चिकना पेट और साफ नाभि को देखकर उससे रहा नहीं गया ।

उसने अपना मुंह नाभि के ऊपर लगा दिया और अपनी जीभ को अंदर डालकर घूमाने लगा इस तरह अपनी नाभि के अंदर किसी की जीभ से प्रीति को बहुत गुदगुदी हो रही थी।

पर उसे मजा भी बहुत आ रहा था उसके मुंह से किकारियां निकल रही थी उउउ उह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह, उसकी नाभि से खेलने के बाद जैक ने अपना मुंह हटा दिया।

और प्रीति के कुछ नीचे की तरफ आ गया, उसने अपने दोनों हाथों को प्रीति के दोनों और डालकर उसकी पैंटी को बाहर निकाल दिया और उसकी चूत को देखने लगा ।

प्रीति की चूत की दोनों पंखुड़ियां आपस में  चिपकी हुई थी उन्हें देखकर कोई भी कह सकता था कि प्रीति अभी तक कुंवारी है, तभी जैक की निगाहें प्रीति की चूत के नीचे की ओर गई ।

वहा पर कुछ गिला गिला सा चिपचिपा सा द्रव्य दिखाई दे रहा था, उसे देखकर जैक समझ गया की काम उत्तेजना में प्रीति की चूत ने अपना कुछ रस बाहर निकाल दिया है।

जैक में अपने दोनों हाथों से उसकी चूत की पंखुड़ियों को दोनों ओर से हटाया और उसकी खुली चूत को देखने लगा, प्रीति की खुली हुई चूत बहुत अधिक सुंदर थी।

जैक से रहा नहीं गया उसने अपना मुंह उसकी चूत के ऊपर लगा दिया और चूत को चाटने लगा इस तरह किसी से अपनी चूत के चटवाए जाने से प्रीति से रहा नहीं गया।

और उसके मुंह से सिसकारियां निकलने लगी उउउउह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह, जैक बहुत ही मजे से उसकी कुंवारी चूत को चाट रहा था।

जेनिफर भी यह देखकर काफी खुश हो रही थी कैसे प्रीति को इस समय मजा आ रहा है, चंचल और वर्षा तो अपनी जीवन में यह सब कई बार कर चुकी थी।

और इसका क्या परिणाम होता है यह सब उनको पता था इसीलिए वह घबरा रही थी पर प्रीति के साथ ऐसा कुछ नहीं था, यह उसकी लाइफ में दूसरी बार हो रहा था।

पहले चूत चटाई का सुखद आनंद वो दूसरी बार हासिल करने के लिए प्रीति अति उत्साहित थी, जैक अपनी जुबान को जितना अंदर डाल सकता था उतना अंदर डालकर प्रीति की चूत को चाट रहा था।

और बीच-बीच में अपनी जीभ बाहर निकाल कर प्रीति के चूत के दाने को भी चाट लेता था चूत के दाने पर इस तरह के प्रहार से प्रीति सहम जाती और उसके मुंह से उउउउह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह आवाज़ निकल जाती।

जैक बड़े मजे से उसकी चूत को चाटे जा रहा था कुछ पल बाद प्रीति ने अपने दोनों हाथों को जैक के सर पर रख दिया और उसे अपनी चूत पर दबाने लगी।

अब उसका शरीर अकड़ने लगा और एक लहर सी उसके शरीर से बाहर उसकी चूत के रास्ते से बाहर की ओर निकलने लगी और उसने अपना सारा वीर्य छोड़ दिया जिसे जैक पूरा पी गया और उसकी चूत को चाट कर साफ कर दिया।

फिर जैक खड़ा हो गया तभी जेनिफर ने अपनी आंख के इशारे से प्रीति को कुछ बताया प्रीति उसका इशारा समझ गई, उसने जैक का अंडरवियर नीचे कर दिया और जैक का बड़ा और मोटा लंड खुली हवा में मुक्त हो गया।

लंड को देखकर प्रीति घबरा गई और पीछे की तरफ होने लगी जैसे ही उसने अपना हाथ पीछे की तरफ किया जेनिफर ने उसे देख लिया और जेनिफर सब समझ गई।

जेनिफर तेज आवाज में बोली जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी यह सुनते ही प्रीति के शरीर में एक शक्ति की लहर दौड़ गई।

प्रीति ने अपना हाथ आगे की ओर कर दिया और उसके लंड को पकड़कर सहलाना शुरू कर दिया, उसकी कोमल और नाजुक उंगलियां जैक के लंड को पकड़कर मालिश करने लगी।

उसने जैक को और अधिक आनन्द देने के लिए इसे थोड़ा अपने नाखून से खरोंच दिया, इस तरह खरोंचे जाने से जैक के लंड ने एकदम से ऊपर जाकर अपने पूरे खड़े होने का बोध कराया।

आप कह सकते हैं कि किसी छोटे पुलिस वाले ने अपने बड़े अफसर के सामने उसे सेल्यूट किया है इस तरह जैक के लंड ने प्रीति के सामने सलूट किया था ।

प्रीति ने अपना मुंह खोल दिया और जैक के लंड के सुपाड़े को मुंह में ले लिया, जैक का लंड बहुत मोटा था, प्रीति उसके लंड के सुपाड़े से कुछ नीचे ही मुंह में ले जा पा रही थी।

उसका कसा हुआ मुंह जैक अपने लंड पर साफ-साफ महसूस कर सकता था और वह जान चुका था की प्रीति के लिए यह सब करना कितना मुश्किल है।

इसीलिए उसने उसे नहीं रोका और जो प्रीति कर रही थी उसे करने दिया वह तो उसके बालों में अपना एक हाथ फेर रहा था और दूसरे हाथ को उसकी पीठ गर्दन पर घुमा रहा था और बीच-बीच में उसके स्तनों को भी मसल देता था।

प्रीति भी जैक के लंड से मजे लिए जा रही थी वो लंड को मुंह से बाहर निकालती और केवल सुपाड़े को मुंह में लेकर बार-बार चुप्पा मरने लगी, वैसे जेनिफर ने उसे लंड चूसना सिखाया था पर अभी प्रीति जैक के लंड को ज्यादा मुंह में नहीं ले पा रही थी।

वह अपनी जीभ को जैक के पूरे लंड पर फिरा देती थी जिससे जैक के मुंह से हल्की सी आह निकल जाती थी, लंड चूसने के साथ-साथ प्रीति एक हाथ से जैक के लंड के नीचे के हिस्से को मसल भी रही थी।

और साथ में दूसरे हाथ से वो जैक के दोनों चूतड़ों से खेल रही थी, प्रीति को यह सब करने में बहुत मजा आ रहा था कुछ देर के बाद जैक ने घूम कर अपना मुंह उसकी चूत के पास रख दिया।

प्रीति समझ गई की जैक क्या कर रहा है तो उसने अपनी दोनों टांगे फैला दी और जैक को अपनी चूत के पास आने का निमंत्रण देने लगी और जैक ने मुंह चूत पर लगा दिया और दोनों देखते ही देखते 69 की पोजीशन में आ गए।

उसने जैक के लंड को अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगी, जैक गहरे आनन्द में था और वो प्रीति की चूत को लगातार खा रहा था, वो दोनों एक दूसरे को खुश कर रहे थे।

प्रीति अपने मन में जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी जय शकुंतला देवी बोलकर इस गलत काम को सही मानकर किए जा रही थी ‌।

जैक ने अत्यधिक जोश में आकर प्रीति के दोनों नितम्बों को कस के पकड़ लिया और अपना मुंह से जीभ बाहर निकाल के उसकी चूत के अन्दर जोश में धकेलना शुरू कर दिया।

आप मेरे साथ बने रहिए और इस बदला कहानी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं.

seema.singh2003@proton.me

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