चूत की आग पार्ट 11 Antarvasna

लेखक- सीमा सिंह

ये सुनकर कुमकुम कुछ सोचने लगी फिर कुछ सोचकर बोली अगर वो फिजिकल हुआ तो क्या करोगी ?, तो शबाना बोली इसलिए ही एक दिन का टाइम मांगा है, तुम और में कुछ न कुछ रास्ता निकाल लेंगे।

उस रात दोनों ने फोन पर बाते करते हुए बहुत सारी बाते की और एक रास्ता निकाल लिया, अगले दिन वो तीनों कॉलेज में फिर से मिले और लंच में शबाना ने उसे बताया की तुम मेरे बॉयफ्रेंड बन सकते हो।

लेकिन हमारे बीच कोई शारीरिक संबंध नहीं रहेगा, और कॉलेज और अपने दोस्तों को तुम मेरे बारे में बता सकते हो, पर अपने घरवालों और मेरे घरवालों को इसका पता नहीं चलना चाहिए।

ये सुनकर कुनाल दिल ही दिल में बहुत खुश हो गया, पर कुछ कमी थी तो वो शबाना से बोला हम एक दूसरे के साथ हाथों में हाथ डालकर घूम तो सकते है।

और कुछ तो , कहकर अपनी बात अधूरी छोड़ दी, कुमकुम और शबाना ने इसके बारे में सबकुछ सोच रखा था, तो शबाना बोली में खुद तुम्हें आगे बड़ने दूंगी पर मेरी मर्जी से।

कुनाल खुश हो गया और तुरंत हां बोल दिया, कुछ दिन इसे ही बीत रहे थे, अब कुमकुम शबाना के घर हर वीक में नहीं जा पाती थी, और शबाना वसीम के साथ आए दिन वीडियो कॉल पर ओरल सेक्स करके अपनी चूत शांत कर लेती थी।

शबाना को वसीम ने एक पांच इंच का नकली लंड भेज दिया था, जो वाइब्रेशन भी करता था, और अपने लिए भी सेक्सी खिलौने खरीद लिए थे। Antarvasna

इस तरह वो दोनों अपनी अपनी आग को शांत करने लगे, पर शबाना को ज्यादा मजा नहीं मिलता था, उदर अब कुमकुम की चूत में अब शबाना की जीभ नहीं जाती थी, कुछ दिन तो वो अपने आप को रोक पाई फिर कुमकुम ने भी अपनी चूत के ऊपर से ज्यादा फिंगरिंग करना शुरू कर दिया।

और अपनी आग को शांत करने लगी, इस तरह समय बीतता रहा और एक साल हो गया, एक दिन कुमकुम ने अपनी मां को ऑब्जर्व किया की पिछले कुछ दिनों से उसकी मां में काफी बदलाव आये थे।

वो थोडा सज धज कर ऑफिस जाने लगी थी, गाने भी गुनगुनाती रहती थी, हंसने भी लगी थी और ये सारे बदलाव कुमकुम को काफी अच्छे लग रहे थे अपनी मां के।

कुमकुम के कॉलेज से आने के बाद दोनों मां बेटी घंटो एक दूसरे से गप्पे मारती, पर आज फिर से अपनी मां को परेशान देखकर कुमकुम के मन में डर सा बैठ गया कि कही फिर से कोई प्रॉब्लम तो नहीं है।

वैसे प्रॉब्लम दूर करने कि उसकी खुद कि कोई उम्र नहीं है , सिर्फ कॉलेज में पड़ने वाली कुमकुम भला अपनी मां की परेशानियों को कैसे दूर करेगी।

कुमकुम बोली क्या हुआ मॉम ?, आप इतनी परेशान क्यों हो ?, सीमा बोली कुमकुम, वो मुझे तुझसे एक जरुरी बात करनी थी, कुमकुम बोली हां मॉम बोलो न।

सीमा थोड़ी देर तक चुप रही और फिर एकदम से बोली मैं शादी कर रही हूं, सीमा कि बात सुनकर थोड़ी देर तक तो कुमकुम को समझ नहीं आया कि वो क्या करे ?

उसकी मां शादी कर रही है, इस उम्र में, 41 कि उम्र वैसे तो ज्यादा नहीं होती पर उनकी एक जवान बेटी है, ऐसा कैसे कर सकती है उसकी मां ?

पर फिर उसने अपनी मां के नजरिये से सोचा, अभी तो उनके सामने पूरी जिंदगी पड़ी है, वो खुद एक दिन पराये घर चली जायेगी, फिर पीछे से उसकी मां का ध्यान कौन रखेगा ?

इस बात कि चिंता तो हमेशा उसे रहती थी और जब आज उसका समाधान सामने आया है तो वो ऐसे क्यों बिहेव कर रही है ?, उसने सारी नेगेटिव बातों को अपने सर से झटक दिया।

और चेहरे पर ख़ुशी के भाव लाते हुए बोली वाव, ये तो बहुत अच्छी बात है मां, कौन है वो ?, मेरा मतलब , मेरे होने वाले पापा, किससे शादी कर रही हो ?

कब कर रही हो ?, कैसे डिसाईड किया आपने ये सब बताओ न ?, कुमकुम चाहती थी की उसकी मां उससे खुलकर बात करे, उदर कुमकुम के चेहरे पर आयी ख़ुशी।

और इतने सारे सवाल और उसकी उत्सुक्तता देखकर सीमा ने चैन कि सांस ली, वो डर रही थी कि उसकी बेटी क्या सोचेगी अपनी मां के बारे में ?

पर उसने समझदारी से उसकी बात समझकर सीमा के सर से एक बोझ उतार दिया था, सीमा ने बताना शुरू किया देख कुमकुम, तू तो जानती है, तेरे पापा के जाने के बाद से हमारे घर कि हालत कैसी थी ?

अगर मुझे उसी कम्पनी में ये नौकरी न मिली होती तो शायद हमारी हालत इससे भी बुरी होती, तेरा स्कूल और कॉलेज, घर का खर्च, कुछ भी ढंग से नहीं हो पाता।

और ये सब हुआ है कंपनी के मालिक साहिल सर कि वजह से, उन्होंने अगर सही समय पर सहारा नहीं दिया होता तो आज ये सब नहीं होता।

और पिछले महीने ही उन्होंने मुझसे शादी करने कि बात कही है, उनका दो साल पहले तलाक हो चूका है, और वो अपने घर पर अकेले रहते है, मैं उनके बेटों से मिल चुकी हूं उन्हें कोई प्रॉब्लम नहीं है।

पर मैंने साहिल सर को साफ़ कह दिया था कि जब तक मेरी बेटी इस शादी के लिए राजी नहीं होगी, मैं ये शादी नहीं करूंगी, पर आज तूने अपनी सहमति जताकर मेरे सर से इतना बड़ा बोझ उतार दिया है।

और फिर सीमा कुमकुम से लिपट कर अपनी भावनाओ पर काबू पाते हुए सुबकने लगी, फिर कुमकुम ने सहन भूति दी और उनसे पूछा वो अलग मजहब के है।

ये सुनकर सीमा बोली साहिल को इन सब से कोई फर्क नहीं पड़ता है, कुमकुम अपनी मां कि बाते सुनने के बाद अपनी आंखे चौड़ी करके आपने आने वाले दिनों के सपने बुनने लगी।

कुमकुम ने भी देखा था समीर सर को , करीब 44 कि उम्र थी उनकी, उन्हें हंसते हुए कभी नहीं देखा था कुमकुम ने, हमेशा सीरियस रहते थे।

एक बार उनके घर में हुई पार्टी में कुमकुम अपनी मां सीमा के साथ उनके बंगले पर गयी थी, इतना आलिशान घर उसने सिर्फ फिल्मो में ही देखा था।

घर के पीछे कि तरफ स्विमिंग पूल भी था, और लगभग दस कमरे थे पुरे बंगले में , और रहने वाला सिर्फ एक, कुमकुम से मिलते हुए भी साहिल सर के चेहरे पर कोई ख़ुशी नहीं थी।

इसलिए पहली नजर में ही कुमकुम को अपनी मां का बॉस एक खडूस इंसान लगा था, पर आज वही खडूस इंसान उसका पिता बनने जा रहा है।

और वो अपनी मां के साथ उसी घर में रहेगी जिसे देखकर उसकी आंखे चुंधिया गयी थी, वो भी नए नए फेशन करेगी , शौपिंग पर जाया करेगी, अपनी अमीर सहेलियों कि तरह रहेगी।

और अमीर सहेलियों का ख्याल आते ही उसके दिमाग में सबसे पहले अपनी ख़ास सहेली शबाना का ध्यान आया, वो सबसे पहले ये बाते उसे बताना चाहती थी।

वो फोन पर इस बात को नहीं बताना चाहती थी तो उसने अपनी मां से कहा मम्मी, मुझे बहुत ख़ुशी है कि आप दूसरी शादी कर रही है, आप उन्हें अभी फ़ोन करके हां बोल दो।

और जब तक मैं ये बात शबाना को बताकर आती हूं, और इतना कहकर वो बिना देर करे अपने घर से बाहर कि तरफ चली गई, सीमा उसे रोकने वाली थी।

पर उसकी खुशी को देख कर वो रुक गई और कुमकुम को जाने दिया, कुमकुम अपने घर की गली में सड़क पर चल ही रही थी, तभी सामने से उसे वाजिद आता हुआ दिखायी दिया।

वो उसकी गली में ही रहता था और आते जाते हमेशा कुमकुम को गन्दी नजरों से देखकर भद्दी भद्दी बातें कहता था और उसे छेड़ता भी रहता था।

वाजिद बोला हाय री मेरी फुलझड़ी, कहा चली अपनी छोटी छोटी तोपें लेकर, उसका इशारा कुमकुम के नुकीले निपल्स कि तरफ था।

कुमकुम वैसे तो उससे कभी बोलती नहीं थी, उसे दुत्कार कर चली जाती थी, पर आज उसने उसे मजा चखाने का मन बना लिया और बोली जहां जा रही हूं।

वहां पर ना तो ऐसी गंदगी होगी और ना ही तेरे जैसे कुत्ते, हमेशा चुप रहने वाली कुमकुम के मुंह से ऐसी बाते सुनकर वाजिद भी हैरान रह गया और रुक गया।

और वो कुछ और पूछ पता इससे पहले ही कुमकुम वहां से निकल गयी, नाके पर उसने टैक्सी ली और शबाना के घर पहुंच गई, और उससे मिलते ही उससे लिप्ट गयी।

और एक ही सांस में उसे पूरी बात बता डाली, शबाना भी उसकी बात सुनकर काफी खुश हुई और फिर वो दोनों सहेलियां मिलकर बातें करने लगी कि क्या क्या होगा आने वाले दिनों में ?

उदर कुमकुम के जाने के बाद सीमा आईने के सामने जाकर खड़ी हो गयी, उसने अपने पुरे शरीर को निहारा, और फिर ना जाने क्या सोचकर उसने अपनी साडी उतारनी शुरू कर दी ?

ब्लाउस में फंसे हुए उसके मोटे बूब्स बाहर निकलने कि गुहार कर रहें थे, उसने उनकी बात मानते हुए अपने ब्लाउस के हुक भी खोल दिए और उसके बाद अपनी ब्रा को भी उतार फेंका।

अपने ही पसीने कि गंध उसके नथुनो में समा गयी, जो उसे हमेशा से बहुत अच्छी लगती थी, इन्फेक्ट उसका पति भी उसकी गंध का दीवाना था, सीमा को अभी भी याद है।

कि उसे चोदते हुए वो उसके दोनों हाथों को ऊपर करके जब झटके मारता था तो अपना मुंह उसकी बगल में डालकर वो जोर से सांसे लेता था।

और वो गंध सूंघकर वो और भी ज्यादा उत्तेजना के साथ उसकी चुदाई करता था, वो सब बाते याद करते करते उसकी चूत गीली होने लगी थी।

उसने अपना पेटीकोट भी उतार दिया , और फिर पैंटी भी, और पूरी नंगी हो गयी वो एकदम से, फिर पूरी तरह से नंगी होने के बाद वो घूम घूमकर अपने पुरे शरीर का मुवायना करने लगी।

और फिर खुद से ही बाते करने लगी ओहो कितनी मोटी हो गयी हूं मैं, पेट भी निकल आया है, स्तन भी मोटे हो गए है, लटक भी गए है, और पीछे से तो , ओहो इन्हे अब जल्द ही कम करना होगा।

वो एक ऐसी लड़की कि तरह बिहेव कर रही थी जो शादी से पहले अपना वजन कम करने कि चिंता में डूबी हुई हो, वैसे ये चिंता होना स्वाभाविक ही था सीमा के लिए।

वो पहले ऐसी नहीं थी, शादी से पहले भी और बाद तक भी, जब तक उसका पति जिन्दा था वो हमेशा फिट रहती थी, जिम भी जाती थी।

उसने लगभग दस सालों तक जिम में जाकर एरोबिक और कार्डिओ करके अपने पुरे शरीर को फ़िल्मी हेरोइनो कि तरह लचीला और परफेक्ट बना लिया था।

पर पिछले कुछ सालो ने उसकी जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया, कुमकुम की देखभाल और ऑफिस के काम कि वजह से उसे अपने लिए वक़्त ही नहीं मिलता था।

पर अब जब कि उसकी दोबारा शादी होने वाली है, उसने निश्चय कर लिया कि वो जल्द ही इस थुलथुलेपन से छुटकारा पायेगी, जिम जायेगी, डाइटिंग करेगी, और अपने शरीर को पहले जैसा बनाकर रहेगी।

आखिर साहिल सर भी तो देखे कि वो चीज क्या है, साहिल सर का ध्यान आते ही उसके दिल कि धड़कने एक दम से बढ़ने लगी।

आप मेरे साथ बने रहिए और इस चूत की आग कहानी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं.

seema.singh2003@proton.me

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