चूत की आग पार्ट 16

लेखक- सीमा सिंह

पर एक ही लंड बार बार तैयार होकर अंदर जाए, ये कमाल कि बात है, कुमकुम बोली इसमें कमाल कि क्या बात है ?, शबाना बोली यार, तू न अक्ल से बच्ची ही है अभी तक।

तुझे नहीं पता कुछ भी, इस उमर के आदमी के लंड को दोबारा फ़किंग के लिए तैयार होने के लिए कम से कम एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है।

और जवान लड़को को बीस से तीस मिनट, और तेरे पापा को तो देख जरा, उनकी उम्र फोर्टी को क्रॉस कर चुकी है उसके बावजूद उनका जोश तो देख जरा।

तेरी मम्मी के तो मजे हो गए, इतने सालो कि प्यास अब दिन रात चूदाई करके बुझेंगी आंटी जी,  हां हां करके हसने लगी, कुमकुम को उसकी बात का जरा भी बुरा नहीं लगा।

चुदाई कि बातें करना तो आम बात थी दोनों के बीच, पर अपनी मां के बारे में ऐसी बाते सुनकर भी उसे बुरा नहीं लगा, इतनी ट्यूनिंग तो बन ही चुकी थी दोनों के बीच में।

दूसरे कमरे से थपा थप कि आवाजें लगातार बढ़ती ही चली जा रही थी, शबाना बोली यार, मुझसे तो रहा नहीं जा रहा, चल न, दोबारा से बालकनी में चलते हैं।

मुझे उन्हें फिर से देखना है, कुमकुम उसे मना करती, इससे पहले ही वो भागकर बाहर निकल गयी और छोटी सी दिवार फांदकर साथ वाली बालकनी में थी।

कुमकुम शबाना की रफ्तार से हैरान थी वो  दिवार फांदकर उसके मम्मी पापा की बालकनी में पहुंच गयी थी, कुमकुम के पास भी अब कोई चारा नहीं था।

देखना तो वो भी चाहती थी उन्हें दोबारा, पर शायद अपनी इच्छा जाहिर नहीं कर पा रही थी, वो भी दीवार फांदकर वहां पहुंच गयी, शबाना पहले से ही झुकी हुई अंदर का नजारा देख रही थी।

कुमकुम ने भी अंदर देखा, उसके पूरे शरीर में सिहरन सी दौड़ गयी, साहिल ने उसकी मां सीमा को बेड पर झुका रखा था और एक पैर भी बेड पर था और पीछे से उसकी चूत का बेंड बजा रहा था।

सीमा के मोटे मोटे बूब्स खिड़की कि तरफ थे जिन्हे झूलता हुआ देखकर शबाना और कुमकुम के मुंह में पानी आ गया, सीमा सिसक रही थी ओह्ह्ह्हह्ह साहिल अह्ह्ह्हह्ह्ह येस्स येस्स अह्ह्ह्ह ओह्ह्हह्ह उम्म्म्म्म्म्म्म येस्स्स्स अअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह।

शबाना धीरे से फुसफुसाई यार तेरी मां के बूब्स देखकर तो मन कर रहा है कि इन्हे चूस लू बस, और तेरे पापा के लंड को तो देख जरा, कितना लम्बा है।

काश मैं होती तेरी मां कि जगह, शबाना अपनी बात कर रही थी और कुमकुम अपने बारे में सोच रही थी, खुद को वो अपनी मां की जगह रखकर देख रही थी।

अगर वो उसकी मां की जगह ऐसी अवस्था में होती तो भले ही उसके स्तन ऐसे न हिल रही होती, छोटी है न इसलिए, पर लंड के अंदर जाने और बाहर आने में जो आवाजें आ रही है।

वो जरुर और भी भयंकर होती, अपनी टाईट चूत पर इतना तो भरोसा था उसे, तभी चीखती चिल्लाती सीमा कि चूत से साहिल का लंड निकल आया।

और पीछे पीछे निकला सीमा का ढेर सारा पेशाब, और वो भी फव्वारे कि शक्ल में, सीमा आनंद विभोर होकर चिल्ला पड़ी अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह उम्म्म्म्म्म्म ओह्ह्ह्ह ।

साहिल सीमा की पीठ पर अपना एक हाथ फेर रहा था, सीमा बोली साहिल मैं बोल रही थी न, इतनी देर से, जाने दो मुझे बाथरूम, देखो, क्या गंद फेला दिया है ?

साहिल चूत में अब झटके नहीं मार रहा था और हंसते हुए बोला यही गंद तो मुझे पसंद है मेरी जान, इस तरह की चूदाई में अलग ही मजा है, चलो डालो अंदर इसे फिर से ।

साहिल का इशारा अपने लंड की तरफ था जो फिसल कर बाहर आ गया था, सीमा ने उसके मचलते हुए लंड को पकड़ा और कुछ देर तक अपनी बह रही चूत के होंठों पर मसला।

और उसे पूरा नहला दिया फिर एक ही झटके में फिर से अंदर धकेल दिया, शबाना तो ये सीन देखकर बुरी तरह से गर्म हो गयी थी।

शबाना बोली यार, तेरे पापा को तो सारी तरकीबे आती है, इनसे चुद कर सच में बड़ा मजा आएगा, दोनों सहेलियां फिर से अंदर देखने लगी।

दोनों अपने अपने जहन में खुद को सीमा की जगह रखकर चुदते हुए देख रही थी, ये चौथी बार था उनका, पर फिर भी साहिल को देखकर लग नहीं रहा था।

कि वो थके हुए हैं, सटासट धक्के मारकर वो चुदाई कर रहे थे, अचानक साहिल ने अपना लंड बाहर खींच लिया, और उठकर सीमा के चेहरे के पास आ गया।

शायद इस बार वो उसके चेहरे पर अपना माल गिराकर संतुष्ट होना चाहता था, एक दो झटके अपने हाथों से मारकर जैसे ही अंदर का वीर्य बाहर आया।

तो कुमकुम और सीमा को लगा जैसे दुनिया रुक सी गयी है, स्लो मोशन में उन्हें साहिल के लंड का सफ़ेद और मसालेदार दही सीमा के चेहरे पर गिरता हुआ साफ़ नजर आया।

सीमा के चेहरे को अपने पानी से धोने के बाद, बाकी के बचे हुए रस को साहिल ने उसके बूब्स पर गिरा दिया, और वहीं बगल में लेटकर पस्त हो गया।

शायद ये उनका आखिरी राउंड था, कुमकुम ने शबाना को चलने के लिए कहा, पर जैसे ही शबाना उठने लगी, तो उसके सर से खिड़की का शीशा टकरा गया।

और एक जोरदार आवाज के साथ वो खिड़की खुल गई, दोनों सहेलियों की फट कर हाथ में आ गयी, दोनों जल्दी से उछलती हुई वापिस अपने कमरे कि तरफ भागी।

और दरवाजा बंद करके चुपचाप लेट गयी, साहिल ने जैसे ही वो आवाज सुनी वो नंगा ही भागता हुआ वहां पहुंचा, जाते हुए उसने अपने ड्रावर में से पिस्टल निकाल ली थी।

साहिल चिल्लाया कौन है ?, कौन है वहां ?, नंगी पड़ी हुई सीमा ने अपने शरीर पर चादर लपेटी और वो भी डरती हुई सी बाहर की तरफ आयी।

जहां साहिल खुली हुई खिड़की को देख रहा था, सीमा बोली क्या हुआ ?, क्या ये आवाज खिड़की के खुलने की थी ?, साहिल बोला हां ये खिड़की की आवाज थी।

जरूर कोई यहां छुपकर हमें देख रहा था, सीमा के पूरे शरीर में कारंट सा लगा, ये सोचते हुए कि उसकी रात भर कि चुदाई को कोई देख रहा था।

सीमा बोली कौन ?, ऐसे कौन आएगा यहां ?, साहिल ने कुमकुम के रूम कि तरफ देखा तो सीमा बोली तुम क्या कहना चाहते हो तुम ?, कुमकुम थी यहां ।

नहीं, ऐसा नहीं हो सकता, वो भला ऐसा क्यों करेगी ?, उसमे इतनी अक्ल तो है कि वो ऐसा नहीं करेगी, साहिल ने कुछ नहीं बोला, वो समझ चूका था।

कि कुमकुम के सिवा और कोई इतनी ऊंचाई पर आ ही नहीं सकता था, नीचे से ऊपर आने के लिए कोई भी साधन नहीं था, सिर्फ बालकनी से टापकर ही वहां पहुंचा जा सकता था।

पर वो ये सब बाते अभी करके सीमा को नाराज नहीं करना चाहता था, इसलिए वो अंदर आ गया और उसके बाद दोनों लेट गए और बातें करने लगे।

दूसरे कमरे में कुमकुम और शबाना भी थोड़ी देर में निश्चिन्त हो गई, जैसे ही वो सोने वाली थी, फिर से साहिल और सीमा की चूदाई की आवाज आने लगी।

शबाना कुमकुम से बोली मुझे लगता है कि  तेरे पापा मम्मी इतने सालों की आग आज शांत करके रहेंगे, और हंसने लगी, कुमकुम बोली अब सो जा।

और कुछ ही देर में दोनों को नींद आ चुकी थी, उदर साहिल सीमा को पांच बार चोद चुका था, अब चुदाई के बाद दोनों बहुत थक चुके थे, तो दोनों ऐसे ही सौ गए।

अगले दिन शबाना सीमा से बिना मिले निकल गयी, शायद वो साहिल की शक़ वाली नजरों से बचना चाहती थी, सीमा और साहिल सुबह साढ़े पांच बजे सोयी थे।

इसलिए वो अभी तक सो रहे थे, पर साहिल को जल्दी उठने की आदत थी, इसलिए वो पहले उठा और बाथरूम में चला गया और बाथरूम से आकर सीमा को जगाया।

सीमा बाथरूम में चली गई, जब वो कमरे से बाहर आया  11 बज गए थे शबाना को अपने घर जाता हुआ देखकर उसने मन ही मन कुछ निश्चय किया और कुमकुम के रूम कि तरफ चल दिया।

कुमकुम अपने बिस्तर पर लेटी ही थी कि साहिल ने दरवाजा खटखटाया, कुमकुम ने जम्हाई लेते हुए दरवाजा खोला, और सामने साहिल को खड़ा देखकर उसकी आंखे एकदम से खुल गयी।

उसके दिमाग में रात कि चुदाई कि पूरी तस्वीर चलने लगी फिर से और उसकी नजर अपने आप साहिल के लंड कि तरफ चली गयी, कुमकुम बोली अरे अंकल मेरा मतलब पापा, आप यहां।

साहिल कुछ नहीं बोला और अंदर आ गया, उसके चेहरे पर गुस्सा साफ़ झलक रहा था, वो चलते हुए बालकनी में पहुंच गया, कुमकुम कि तो हालत ही खराब हो गयी।

वो वहां से अपने कमरे की बालकनी की तरफ देखने लगा, और फिर अंदर आकर कुमकुम के सामने खड़ा हो गया, वो साहिल से नजरे नहीं मिला पा रही थी।

साहिल बोला तुम ही थी न रात को मेरी बालकनी में, तुम्ही देख रही थी न वो सब, कुमकुम हकलाते हुए बोली क क़ क़्यआ मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा है ।

वो इतना ही बोली थी कि साहिल का एक झन्नाटेदार थप्पड़ उसके बांये गाल पर पड़ा और वो बिस्तर पर जा गिरी, साहिल चिल्लाया एक तो गलती करती हो और ऊपर से झूट बोलती हो।

इतना कहते हुए वो आगे आया और बड़ी ही बेदर्दी से उसने कुमकुम के बाल पकड़े और उसे खड़ा किया, कुमकुम दर्द से चिल्ला पड़ी, लेकिन साहिल पर उसका कोई असर नहीं हुआ।

साहिल का एक और थप्पड़ उसके कान के पास लगा और उसे कुछ देर के लिए सुनायी देना भी बंद हो गया, आज तक उसे सीमा ने भी नहीं मारा था।

और ना ही कभी उसके खुद के बाप ने, और आज ये साहिल उसे पहले ही दिन ऐसे पीट रहा था जैसे उसकी बरसों कि दुश्मनी हो, वैसे साहिल था ही ऐसा।

उसका दूसरी बीबी से तलाक सिर्फ इसी वजह से हुआ था कि दोनों में झगडे और बाद में मार पीट काफी ज्यादा बढ़ चुकी थी, साहिल ने तो अपनी बीबी को एक दो बार अपनी पिस्टल से डराया भी था।

और यही कारण था उनके तलाक का, घरेलु हिंसा, पर साहिल का ये चेहरा सिर्फ घर तक ही था, बाहर किसी को भी उसके ऐसे बर्ताव कि उम्मीद तक नहीं थी।

सोसाईटी में और ऑफिस में तो उसे शांत स्वभाव का सुलझा हुआ इंसान समझा जाता था, पर गुस्सा कब उसके दिमाग पर हावी हो जाए, ये वो खुद नहीं जानता था।

और आज भी कुछ ऐसा ही हुआ था, उसके खुद के घर में, कुमकुम उसके बेडरूम के बाहर छुप कर उसकी चुदाई के नज़ारे देख रही थी, ऐसा सिर्फ उसे शक था।

पर फिर भी उसने अपने गर्म दिमाग की सुनते हुए जवान लड़की पर हाथ उठा दिया, ये भी नहीं सोचा कि उसकी एक दिन कि शादी पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।

सीमा क्या कहेगी ?, जब उसे पता चलेगा कि उसकी फूल सी नाजुक लड़की को ऐसे पीटा गया है, और कुमकुम को तो अभी तक विश्वास ही नहीं हो रहा था।

कि उसके साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है, जिस साहिल पापा कि चुदाई देखकर उसकी चूत में भी पानी भर गया था कल रात और वो उनसे चुदने के सपने देखने लगी थी।

वो उसके साथ ऐसा बर्ताव कर रहे हैं, वो सब रात भर का प्यार नफरत में बदलता जा रहा था अब, साहिल ने एक और झापड़ उसे रसीद किया।

आप मेरे साथ बने रहिए और इस चूत की आग कहानी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं.

seema.singh2003@proton.me

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