चूत की आग पार्ट – 9 (Antarvasnastory.org)

लेखक- सीमा सिंह

ज्यादा कसा सूराख इस बात की गवाही दे रहा था कि गांड़ में कोई लंड अंदर नहीं गया है और पूरी दरार वेक्सन की हुई चिकनी और चमकदार थी।

उसने शबाना से पूछा क्या तुम्हें पहले से ही पता था कि में आज क्या करने वाला हूं ?, तो शबाना बोली मैं आपकी बीबी हूं अगर मुझे नहीं पता होगा कि मेरे शौहर को क्या चाहिए ?

या इसके बारे में किसी और को पता होगा, ये सुनकर वसीम बहुत खुश हो गया था, आज उसने एक प्लान बनाया था कि वो शबाना को ऐसे ही चोदेगा जिससे उसे पता चले की उसका लंड गांड में लेने से शबाना को कितना दर्द होगा ।

पर अब शबाना का इतना उसके बारे में सोचना उसे अच्छा लगा वो जल्दी से खड़ा हुआ एक शराब का लार्ज पैग ले आया, ये शराब के बारे में भी उसके एक ओर दोस्त ने बताया था।

उसने बताया था ये शराब कुछ पल में ही चढ़ जाती है और ब्रांडी से अच्छी है, और इससे दर्द सहने की ताकत बहुत बड़ जाती है, पहली रात चुदाई से शबाना की हालत खराब हो गई थी।

ब्रांडी ज्यादा असर नहीं दिखा रही थी, इसके लिए वो ब्रांडी की जगह इसे लाया था, पर अब वो चाहता था कि ये शराब वो पहले ही शबाना को दे दे। Antarvasnastory.org

जिससे उसे दर्द कम हो, उसने शबाना को बिठाया और शराब दे दी पहले तो शबाना ने मना किया पर वसीम की खातिर मान गई और शराब पी ली और फिर से उसी पोजीशन में आ गई और वसीम भी उसी पोजीशन में आ गया।

वसीम ने अपने अंगूठे से गान्ड की दरार को हल्के से दबाया, अंगूठा उसकी चिकनी गान्ड में फिसलता हुआ अंदर की ओर बढ़ता गया।

उफ़फ्फ़ इतनी चिकनी और मुलायम गांड़ के बारे में वसीम ने कभी सोचा ही नहीं था, शबाना वसीम की हरकतों से उत्तेजित हो रही थी और मुस्कुरा रही थी।

शबाना अंगूठे के दबाव से सिहर उठी उसने अपनी गांड़ थोड़ी सी ऊपर उठाते हुए बोली डार्लिंग अच्छे से छू लो, दबा लो, देख लो मेरे लंड के लिए सही है ना ?

वसीम बोला बहुत ही ज्यादा शानदार, जानदार और मालदार है मेरी गांड़, सही में मैंने काफ़ी मेहनत की है इस गांड़ पे तुम चाहो तो इसे ज़रा चाट लो ?

यह बात सुन कर शबाना और भी मस्ती में आ जाती है और अपनी गांड़ और भी ऊपर उठाते हुए वसीम के मुंह पर रखती है और वसीम से कहती है।

कि पूंछ क्यों रहे हो ? ये आपकी प्यारी बीबी की गांड़ है जो जी चाहे करो ना चाटो चूसो खा जाओ ना पर लंड पूरा जड़ तक अंदर ज़रूर पेलना।

और वो वसीम के मुंह से अपने चूतड़ लगा देती है, वो उसकी चूतड़ों को दोनों हाथ से पकड़ लेता है, उसके चूतड़ों को फेलाने लगता है और उसकी दरार के बीच में अपनी जीभ उसके सूराख पर लगाता है।

और उसके छेद को चाट जाता है और जीभ को अच्छे से दबाता है जिससे वसीम को शबाना की गांड़ की मदमस्त महक आ रही थी और एक अजीब सा सोंधा सोंधा सा स्वाद आ रहा था।

तो वसीम शबाना से पूछता है कि कुछ किया है क्या तुमने ?, तो शबाना बोलती है मुझे पता था इसलिए मोबाइल पर वीडियो देखकर गांड़ को अच्छे से साफ किया।

और वीडियो में जो सब करने को कहा गया था उस तरीके से गांड़ को तैयार कर लिया, उस वीडियो में बताया गया था कि कोई कोई मर्द गांड चाटते है।

पर मुझें नहीं पता था की तुम ऐसा करोगे, फिर भी मैंने तैयारी कर रखी थी, ये सब सुनकर वसीम मन ही मन बहुत खुश हो गया अपनी बीबी की समझ दरी पर।

वैसे गांड मारने का इडिया उसके एक दोस्त ने दिया था उसने उसे बताया था की गांड को मारने में भी बहुत मजा आता है, उसी ने गांड के साथ खेलने के तरीके बताए।

अब वो दो चार बार छेद में जीभ को वैसे ही करता है, जीभ के छूने से और जीभ की लार के ठंडे ठंडे टच से शबाना सिहर उठती है उस के मुंह से सिसकारियां निकल जाती है।

और फिर वसीम शबाना की गांड़ के मास को अपने होंठों से जकड़ लेता है और बुरी तरह चूसता है मानो गांड़ के अंदर का पूरा माल अपने मुंह में लेने को तड़प रहा हो।

शबाना मज़े में चीख उठती है आआआह वसीम उईईई देखो ना मेरी गांड़ कितनी मस्त है ?, अब देर ना करो बस पेल दो ना अंदर मुझे दर्द हो रहा है ।

वसीम सिंगार दान में से ऑयल की शीशी ले लेता है, शबाना जब वसीम के हाथ में ऑयल की शीशी देखती है तो कुछ नहीं बोलती है क्योंकि वो जानती है।

कि इस का क्या इस्तमाल है, पर वसीम सोचता है कि शबाना को इसका इस्तमाल नहीं पता है तो वसीम बताता है कि ऑयल का इस्तेमाल करने से तुम्हें गांड मरवाने में दर्द कम होगा और लंड गांड में आसानी से अंदर बाहर होगा।

ये सुनकर शबाना के तो होश उड़ जाते है उस के हाथ पैर कांपने लगते हैं और उसकी हालत बिगड़ जाती है, उसने बोल तो दिया था कि वो वसीम से अपनी गांड़ मरवायेगी।

और वो सुबह से सोचे जा रही थी कि इतना मोटा और लंबा लंड वो अपनी गांड़ में कैसे बरदाश्त कर पाएगी ये उसकी समझ में नहीं आ रहा था इस लिए ही वो वीडियो देखे थे।

वसीम ऑयल की शीशी खोलता है और थोड़ा सा ऑयल लेकर शबाना की गांड़ के छेद पर गिरा देता है, और अपनी एक उंगलियों में अच्छे से तेल लगाकर वो उसकी गांड़ में धीरे धीरे उंगली पेलना शुरू कर देता है।

कुछ देर के बाद वो अपनी दूसरी उंगली को शबाना की गांड़ में डालकर अच्छे से आगे पीछे करने लगता है जिससे शबाना की गांड कुछ खुल गई थी।

इसी बीच शबाना के मुंह से सिसकारियां निकल रही थी, उसे कुछ कुछ दर्द हो रहा था, पर अब शराब चढ़ने लगी थी, फिर वसीम ने ऑयल की शीशी से ऑयल अपने लंड पर लगाया।

और कुछ शबाना की गांड़ में भी डाल दिया, फिर अपना लंड को शबाना की गांड़ पर रखकर धीरे धीरे लंड शबाना की गांड़ में पेलने लगा।

शबाना के मुंह से चीख बाहर निकलने लगती है मगर वो वसीम को रोकने का बिल्कुल प्रयास नहीं करती, जैसे ही वसीम का सुपाड़ा अंदर जाता है।

शबाना की आंखों से आसू निकल जाते हैं, उसे इतना ज्यादा दर्द होता है, उसे ऐसा लगता है कि कोई उसकी गान्ड में एक जलता हुआ सरिया डाल रहा हो।

वो फिर भी वसीम के लिए वो अपनी गांड़ में दर्द को बरदाश्त करती है, क्योंकि उस ने ही खुद वसीम को अपनी गांड मरने के लिए हां बोला था ।

पर न चाहते हुए भी शबाना के मुंह से एक बहुत तेज चीख निकल गई उउउ उह्ह्ह आआआ ह्ह्ह्ह्ह्ह आआ आआ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह मर गईईईईई ।

शबाना की चीख अपने कानों में जाने के बाद वसीम ने उसकी गांड में लंड को अंदर घूसाना रोक दिया और शबाना के नॉर्मल होने का इंतजार करने लगा ।

जब शबाना की सांसे थमी तो वसीम बहुत धीरे धीरे लंड को अंदर सरकाने लगा, उसका मोटा लंड शबाना की गांड के छोटे से छेद को जबर्दस्ती खोलता हुआ अंदर घुसने लगा।

शबाना के मुंह से दर्द की हल्की हल्की आअह्ह ह्ह्ह अह ऊऊह ऊओह्ह्ह ह्ह  निकल रही थी।

जैसे ही वसीम ने लंड थोड़ा और अंदर डाला तो शबाना को तेज़ दर्द होने लगा और उस की आंखों से आसू तेज आने लगे, पर उसने वसीम को नहीं रोका।

वसीम दबाव डालता जा रहा था और शबाना की गांड फट्टी जा रही थी, उसके पूरे शरीर में दर्द की लहर दौड़ गयी और उसके मुंह से आहह ऊई मां गय।

इधर वसीम का लंड अभी आधा ही अंदर गया था और शबाना दर्द से तड़प रही थी और ज़ोर ज़ोर से उम्महह उम्महह सांस ले रही थी।

वसीम ने अपना लंड अंदर डालना जारी रखा और शबाना भी आहह  आहह आ ओ ओ आआ आ सी उउउ  आआ अह्ह्ह् ह्ह्ह आआ औउउ उउह् ह्ह्ह्ह करते हुए उसका साथ दे रही थी।

वसीम का सख्त लंड शबाना की छोटी सी गर्म गांड में समाता जा रहा था, आखिरकार थोड़ी देर में उसने पूरा लंड अंदर तक पहुंचा कर ही दम लिया।

शबाना बोली उफ जानू , आप कितने बेरहम हो पूरा घुसा दिया  उम्म्ह अहह हय  याह  इतना मोटा लौड़ा पूरा मेरी छोटी कुंवारी गांड़ में डाल दिया।

वसीम हां डार्लिंग पूरा ले लिया है तूने ऐसे ही बेकार में डर रही थी और चीख रही थी, शबाना बोली बेकार में उउफ्फ़ मेरी जगह आप होते तो मालूम चलता अभी भी कितना दुख रहा है और धीरे धीरे करना ।

वसीम बोला अब तो चला गया है ना पूरा अंदर बस कुछ पलों की देर है,  देखना तू खुद अपनी गांड़ मेरे लंड पर मारेगी, वसीम शबाना को चूमता हुआ बोला।

धीरे पेलो वसीम हाय बहुत दुख रही है मेरी गांड़ शबाना सिसिया रही थी, वसीम ने शबाना की गांड में लंड को अंदर बाहर करना शुरू किया।

लेकिन शबाना की गांड बहुत टाइट थी वसीम उस की गांड सही से नहीं मार पा रहा था तो वो अपने लंड पर बहुत सारा ऑयल डालने लगा।

जिस का फायदा वसीम को महसूस होने लगा था, ऑयल से लंड आराम से अंदर बाहर फिसलने लगा था, जहां पहले इतना ज़ोर लगाना पड़ रहा था।

पर अब लंड को थोड़ी सी भी गति देने के लिए अब वो उतनी ही आसानी से अंदर बाहर होने लगा था, हालांकि शबाना ने वसीम को धीरे धीरे धक्के लगाने के लिए कहा था।

मगर पिछले पांच मिनट से किए सब्र का बांध टूट गया और वसीम न चाहते हुए भी, एक कमसिन लड़की की गांड़ को कस कस कर चोदने लगा।

शबाना के मुंह से चीखे निकलने लगी हाए उउफफ्फ़ आआह मार  डाअ आआअ ईईईईई ओह माआआअ हे खुदा मेरी गांड़ उफ फट गईईई।

शबाना चीख रही थी, चिल्ला रही थी मगर वसीम को रुकने के लिए नहीं कह रही थी, साफ था कि उसे इस बेदर्दी में भी मज़ा आ रहा था।

वैसे भी अब वो वसीम को रोकती तो भी वो रुकने वाला नहीं था, लंबी लंबी सांसे लेता हुआ वसीम शबाना की गांड़ में पेलता जा रहा था और वो पेलवाती जा रही थी।

वसीम बोला हाय अब बोल शबाना कैसा लग रहा है तुझे मज़ा आ रहा है ना गांड़ मरवाने में ? शबाना बोली आ रहा है, बहुत मज़ा आ रहा है, ऐसे ही ज़ोर लगा कर चोदते रहिए, और मारो मेरी कुंवारी गांड़ को ।

ये सुनकर वसीम बोला आह्ह शबाना क्या मस्त गांड है तेरी इतनी गर्म और टाइट, मेरे  लंड को बिल्कुल चारों ओर से कस लिया है तेरी गांड ने।

आज तेरी गांड को पूरी खोल दूंगा साली रंडी, छीनाल कुतिय, चुदक्कड़, वैश्य, हराम की जानी ये सुनकर शबाना बोली छी वसीम कितनी गन्दी गाली देते हो अपनी बीबी को।

वसीम बोला अरे शबाना, सॉरी तुम्हे बुरा लगा तो, सेक्स के टाइम गाली देने में ज्यादा मज़ा आता है और उतेजना और बढ़ती जाती है ये मेरे दोस्तों ने कहा था।

आप मेरे साथ बने रहिए और इस चूत की आग कहानी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं.

seema.singh2003@proton.me

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